नई दिल्ली। कल्पना चावला देश का गौरव है, वह अंतरिक्ष में यात्रा करने वाली भारतीय मूल की पहली महिला एरोनॉटिकल इंजीनियर थीं। एयरोनॉटिक्स के क्षेत्र में उन्होंने बहुत सी उपलब्धि हासिल की, साथ ही इस क्षेत्र में उनका योगदान हर भारतवासी को याद हैं। कल्पना चावला हर महिला के लिए प्रेरणादायक हैं, उनका जीवन हमें काफी प्रेरणा देता है। चावला ने एक बार कहा था कि जिंदगी में कुछ ऐसा काम करो जिसे आप सच में करना चाहते हो और कल्पना ने आगे कहा कि अगर आप अपने जीवन में अपने काम को सिर्फ लक्ष्य के रूप में ले रहे हो उसे एन्जॉय नहीं कर रहे हो तो यह आप अपने साथ धोखा कर रहे हो। आज देश की इस बहादुर बेटी कल्पना चावला की बर्थ एनिवर्सरी है। चलिए इनके बारे में कुछ दिलचस्प बातों के बारे में जानते हैं-
कल्पना चावला की बर्थ एनिवर्सरी
कल्पना चावला की आज 61वीं बर्थ एनिवर्सरी हैं। कल्पना का जन्म 17 मार्च को करनाल में हुआ था। इनके पिता का नाम बनारसी लाल चावला और माता का नाम संज्योति चावला हैं। कल्पना ने अपनी शुरुआती पढ़ाई करनाल से ही पूरी की हैं। हर पेरेंट्स की तरह कल्पना के पेरेंट्स ने भी सपना देखा था कि उनकी बेटी डॉक्टर या टीचर बने लेकिन महज 8 साल की उम्र में ही कल्पना ने एस्ट्रोनॉट बनने का सपना देख लिया था और इसी राह पर निकल पड़ी थी। कल्पना चावला ने फ्रांस के जीन पीयर हैरिसन से शादी की, जो कि एक फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर थे।
1 फरवरी 2003 को हुआ निधन
कल्पना चावला दो बार अंतरिक्ष उड़ान भर चुकी हैं, पहली बार उन्होंने 1997 को अंतरिक्ष यात्रा की उड़ान भरी थी उसके बाद इन्होंने 16 जनवरी 2003 को उड़ान भरी जो कि इनकी आखिरी उड़ान बन गई थी। कल्पना चावला जब वापस लौट रही थी तब उनके विमान का संपर्क नासा से टूट गया था और 1 फरवरी 2003 को वापस आते समय उनका स्पेस घटना का शिकार हुआ जिस कारण उनकी और उनके स्पेस में सवार सभी साथी की मौत हो गई।