News Room Post

Kapil Sibal: आखिरकार कपिल सिब्बल ने भी कांग्रेस को चुपचाप कह दिया अलविदा, एक महीने में पार्टी को तीसरा करारा झटका

Kapil Sibal Resigns from Congress: हैरान करने वाली बात ये भी है कि आज अचानक से समाजवादी पार्टी की तरफ से कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। सपा ने सिब्बल के अलावा डिंपल यादव और जावेद अली खान का नाम भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है।

Kapil and Rahul

नई दिल्ली। कपिल सिब्बल ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी को जोरदार झटका दिया है। वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे कपिल सिब्बल ने आज अचानक से पार्टी को गुड बाय कह दिया है। बता दें कि कपिल सिब्बल लगातार बागी तेवर अपनाए हुए थे और वो कांग्रेस हाईकमान पर निशाना साध रहे थे। बता दें कि कांग्रेस पार्टी के जी-23 के प्रमुख बागी रहे कपिल सिब्बल ने बड़े ही गुपचुप तरीके से कांग्रेस को झटका देते हुए इस्तीफा दे दिया। इसकी जानकारी उन्होंने खुद मीडिया से बात करते हुए दी। सिब्बल ने बताया कि उन्होंने 16 मई को कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया। अब उनकी राह अलग हो गई है। जानकारी के लिए ये भी बता दें कि सिब्बल ने गैर गांधी परिवार से पार्टी हाईकमान सौंपने की वकालत की थी। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और राजस्थान से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। यानी कांग्रेस पार्टी को एक महीने में यह तीसरा झटका लगा है।

हैरान करने वाली बात ये भी है कि आज अचानक से समाजवादी पार्टी की तरफ से कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। सपा ने सिब्बल के अलावा डिंपल यादव और जावेद अली खान का नाम भी इस लिस्ट में शामिल किया गया है। बता दें, कपिल सिब्बल कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रहे हैं। वहीं सपा के समर्थन से राज्यसभा का नामांकन भरने के बाद सिब्बल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए नामांकन भरा है। मैं अखिलेश यादव का आभारी हूं कि उन्होंने मेरा समर्थन किया। मैं आजम ख़ान के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं।

कपिल सिब्बल ने आगे मीडिया से बात करते हुए कहा कि, जब तक मैं कांग्रेस में था तो मैं इधर-उधर की टिप्पणियां कर सकता था। अब मैं कांग्रेस में नहीं हूं, मैंने इस्तीफा दे दिया है तो मैं कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कहूंगा। उन्होंने की 2024 में एक ऐसा माहौसल बने की जो मोदी सरकार की खामिया है वो जनता तक पहुंचाई जाए। इसका प्रयास करेंगे।

बता दें कि विगत दिनों राजस्थान के उदयपुर में आयोजित की गई तीन दिवसीय चिंतन शिविर में वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल को न्योता भेजा गया था, लेकिन वे शामिल नहीं हुए थे, तभी से इस बात के कयास तेज हो गए थे कि वे आगामी दिनों में कुछ बड़ा कदम उठा सकते हैं, जिसको कि आज हम वास्तविकता में तब्दील होते हुए देख लिया है।

Exit mobile version