नई दिल्ली। साल 2006 में जगत जननी करणी माता के नाम से करणी सेना की नींव रखने वाले लोकेन्द्र सिंह कालवी का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि वो काफी समय से बीमार चल रहे थे। लोकेन्द्र सिंह कालवी का बीते कुछ समय से जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज जारी था लेकिन बीती देर रात 12:30 बजे उनका निधन हो गया। कहा जा रहा है कि हार्ट अटैक आने की वजह से उनकी जान गई है। वहीं, अब निधन के बाद लोकेन्द्र सिंह कालवी के शव को नागौर जिले के पैतृक गांव कालवी ले जाया गया है। आज दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर उनका अंतिम संस्कार कार्यक्रम किया जाएगा।
चर्चा में रहती है लोकेंद्र सिंह कालवी की करणी सेना
2006 में लोकेन्द्र सिंह कालवी द्वारा करणी सेना की नींव रखे जाने के दूसरे साल में इसकी चर्चा खूब होने लगी। वजह थी फिल्म जोधा-अकबर…दरअसल, 2008 में लोकेन्द्र सिंह कालवी की इस करणी सेना ने फिल्म जोधा-अकबर का जमकर विरोध किया। इस विरोध प्रदर्शन के चलते ये फिल्म राजस्थान में रिलीज भी नहीं हो पाई थी। इसके अलावा एक साल बाद 2009 में करणी सेना द्वारा सलमान खान की फिल्म ‘वीर’ का विरोध किया गया।
करणी सेना ने वीर का विरोध करने का कारण राजपूतों को गलत तरीके से फिल्म में पेश करना बताया था। इतना ही नहीं करणी सेना द्वारा संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ और टीवी के सीरियलों का भी विरोध किया जा चुका है। इन्हीं सब विवादों के कारण करणी सेना चर्चा में रहती है।
Rajput Karni Sena founder Lokendra Singh Kalvi passed away last night at Jaipur’s Sawai Man Singh (SMS) Hospital. He was undergoing treatment in the hospital since June 2022 after suffering from a brain stroke: Dr Achal Sharma, Superintendent, SMS Hospital
(File pic) pic.twitter.com/X9GogQt3ho
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 14, 2023
लोकेन्द्र सिंह कालवी के निधन से राजपूत समाज में दुख
लोकेन्द्र सिंह कालवी को राजपूत समाज के मुख्य चेहरे के रूप में देखा जाता रहा है। यही वजह है कि उनका निधन न सिर्फ करणी सेना से जुड़े लोगों के लिए क्षति है बल्कि राजपूत समाज के लिए भी दुखद है। लोकेन्द्र सिंह कालवी के निधन के बाद उनका शव पैतृक गांव कालवी ले जाया गया है। यहां करणी सेना के लोग भी वहां पहुंचने लगें हैं। दोपहर 2:15 पर अंतिम संस्कार से पहले शव को श्रद्धांजलि दिए जाने के लिए रखा जाएगा।