नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अब सुर्खियों से दूर ही रहते हैं। ना ही किसी मसले पर राय देते हैं और ना सियासी गलियारों में उनकी सक्रियता चर्चा में रहती है, लेकिन जब कभी-भी किसी मसले पर वे अपनी राय साझा करते हैं, तो राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गुलजार हो जाता है, लेकिन अब ऐसे मौके विरले ही नसीब होते हैं, लेकिन इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री एकाएक सुर्खियों में आ गए हैं। आइए , आगे आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में खबर है कि अब उन्हें कांग्रेस संसद में पहली पंक्ति में नहीं, बल्कि अंतिम पंक्ति में बैठाएगी। अब यह पढ़ने के बाद लाजिमी है कि आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर पार्टी ने ऐसा फैसला क्यों लिया? दरअसल, अभी मनमोहन व्हीलचेयर से ही संसद में आते जाते हैं। ऐसी स्थिति में पार्टी ने उन्हें पहली पंक्ति की जगह अंतिम पंक्ति में बैठाकर उनके आवागमन को सुगम बनाने का प्रयास किया है, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। बता दें कि इससे पहले भी पार्टी ने संसद में उनकी सीट को लेकर बड़ा फेरबदल किया था, लेकिन उस वक्त वजह कुछ और थी। चलिए, अब आगे जान लेते हैं कि आखिर पूर्व प्रधानमंत्री व्हीलचेयर पर क्यों हैं ?
दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री को समय-समय पर मुख्तलिफ स्वास्थ्य दुश्वारियों से जूझना पड़ जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए वे अपनी दैनिक गतिविधियों में सुगमता हेतु व्हीलचेयर का सहारा लेते हैं। वहीं, पहली पंक्ति पर बैठने वाले नेताओं की अगर बात करें, तो इसमें प्रमुख रूप से पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा (जद-एस), संजय सिंह (आप), प्रेम चंद गुप्ता (राजद), डेरेक ओ ब्रायन (तृणमूल कांग्रेस), के केशव राव (बीआरएस) और तिरुचि शिवा (द्रमुक) शामिल हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों देखना होगा कि पूर्व प्रधानमंत्री किन मसलों को लेकर सुर्खियों के बाजार को गुलजार करते हैं। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम