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Rajasthan: ‘टॉयलेट छोड़ पायलट से जुड़ें’, राजस्थान के विधायक की सीएम अशोक गहलोत को लिखी चिट्ठी वायरल

kundanpur and gehlot

जयपुर। राजस्थान कांग्रेस में रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पहले अनशन किया और अब अजमेर से जयपुर तक पदयात्रा कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस के विधायक भी अब अशोक गहलोत के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे हैं। ताजा मामले में सांगोद के कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने गहलोत को लिखी एक चिट्ठी में अनोखे तरीके से नसीहत दी है। भरत सिंह कुंदनपुर ने अपनी चिट्ठी में गहलोत को नसीहत दी है कि वो टॉयलेट छोड़कर पायलट से जुड़ें। विधायक कुंदनपुर ने गहलोत सरकार में खनन और गो पालन मंत्री प्रमोद जैन भाया का भी हवाला दिया है। कुंदनपुर की ये चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल है।

भरत सिंह कुंदनपुर ने अशोक गहलोत को भेजी चिट्ठी में लिखा है कि वो ‘भ्रष्ट भाया’ को संरक्षण देना बंद करें। कांग्रेस विधायक ने चिट्ठी में लिखा है कि उन्होंने कोटा में अपने दफ्तर में रावण का पुतला रखा है। इस पुतले का इस्तेमाल उन्होंने और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की पिछली सरकार के दौरान हुए गलत कामों के विरोध में कई बार किया है। कुंदनपुर ने चिट्ठी में लिखा है कि पुतले पर लिखा संदेश विचार करने लायक है। ये संदेश है कि जानबूझकर गलती करना गलत है और गलती को छिपाना और भी खराब है। कुंदनपुर ने गहलोत पर सीधा निशाना साधते हुए लिखा है कि विभाग का मुखिया अगर चुप है, तो मिलीभगत के साथ भ्रष्टाचार भी है।

भरत सिंह कुंदनपुर काफी वरिष्ठ नेता हैं। वो सांगोद सीट से 4 बार विधायक रहे हैं। एक बार कांग्रेस सरकार में कुंदनपुर मंत्री भी रहे। कुंदनपुर ने अशोक गहलोत को भेजी चिट्ठी में अंतिम वाक्य लिखा है कि कृपया टॉयलेट छोड़ें और पायलट से जुड़ें। कुंदनपुर ने बाद में मीडिया को बताया कि उन्होंने राजस्थान में भ्रष्टाचार की गंदगी की तुलना टॉयलेट से की है। विधायक ने कहा कि मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच लंबित रहती है और यहां तक कि जांच करने वाले अफसर तक रिटायर हो जाते हैं। भरत सिंह कुंदनपुर ने पायलट के पक्ष में कहा कि जो भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएगा, उसका साथ वो देंगे।

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