मुंबई। महाराष्ट्र में महायुति की नई सरकार के सीएम पद को लेकर ताजा खबर ये है कि शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान आया है। शिंदे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनको बीजेपी का सीएम भी मंजूर है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने पीएम मोदी को फोन किया था। मैंने उनसे कहा कि हमारे मन में कोई अड़चन नहीं है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी जो निर्णय लेंगे, वो हमें मंजूर होगा। सरकार या सीएम बनाने में कोई भी अड़चन शिवसेना की तरफ से नहीं होगी। उन्होंने महायुति को जीत दिलाने के लिए महाराष्ट्र की जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि महायुति ने विकास और लोगों के कल्याण के लिए बहुत काम किया और इसी वजह से जनता ने उसे बड़ी जीत दिलाकर भरोसा जताया। शिंदे ने कहा कि हम सभी ने सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम किया। क्योंकि हम सीएम होने के बावजूद आम आदमी के जैसे हैं।
उन्होंने महाराष्ट्र की जनता के हर वर्ग को लाडला बताया और कहा कि महायुति ने इन सबके हित के लिए काम किया। महाराष्ट्र के विकास को गति बनाए रखी। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से हमेशा मदद मिलने की बात शिंदे ने कही। हमने जो काम किया, उसके नतीजे में जबरदस्त नतीजे आए। शिंदे ने कहा कि वो लाडली बहनों के भाई हैं और बहनों ने अपने भाई को याद रखा। एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी लोकप्रियता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि सीएम का मतलब कॉमन मैन होता है। राज्य को आगे ले जाने के लिए केंद्र की मदद जरूरी है। शिंदे ने कहा कि केंद्र ने हमारे सभी प्रस्ताव माने। ढाई साल में हमने खूब काम किया है। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि कुछ भी कहीं फंसा हुआ नहीं है। वहीं, खबर ये भी है कि महायुति के तीनों दलों बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है। बीजेपी नेतृत्व ने उनको बुलाया है। इससे पहले सूत्रों के हवाले से ये जानकारी भी मिली थी कि एकनाथ शिंदे ने बीजेपी नेतृत्व के सामने ये शर्त रखी है कि उनको महायुति का संयोजक बनाया जाए और उनके बेटे श्रीकांत शिंदे को महाराष्ट्र की नई सरकार में डिप्टी सीएम का पद दिया जाए।
इससे पहले शिवसेना के नेता संजय शिरसाट ने कहा था कि एकनाथ शिंदे महायुति की नई सरकार में डिप्टी सीएम नहीं होंगे। संजय शिरसाट ने कहा था कि एकनाथ शिंदे के चेहरे पर ही महायुति ने महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा था और उनको सीएम बनाने से आगे होने वाले चुनावों में फायदा होगा। वहीं, शिवसेना से ये मांग भी उठ रही थी कि बिहार मॉडल की तर्ज पर महाराष्ट्र में शिवसेना की तरफ से एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया जाए। इन बयानों के बाद डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोई जल्दी नहीं है। फडणवीस ने कहा था कि महायुति के दलों की आपसी सहमति से ही महाराष्ट्र में सरकार बनेगी। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति में शामिल बीजेपी ने 132 सीटें जीती हैं। जबकि, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, महायुति की तीसरी घटक पार्टी अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिली थीं।