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West Bengal: ममता बनर्जी का ‘अफीम प्रेम’, केंद्र की मोदी सरकार को पत्र लिख मांगी खेती की इजाजत

Mamata Banerjee

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं। सीएम बनर्जी मोदी सरकार को बैकफुट पर लाने का कौई भी मौका हाथ से जाने नहीं देती। हालांकि कई बार ममता बनर्जी ऐसे बयान दे बैठती हैं जिससे उनकी ही मुश्किलें बढ़ जाती है। अब एक बार फिर ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) अपने एक बयान को लेकर काफी सुर्खियों में आ गई है।

दरअसल, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से संबंधित बजट चर्चा पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वो बंगाल में अफीम की खेती करवाना चाहती है और इसके लिए उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को पत्र भी लिखा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये भी कहा है कि वो विपक्ष के सदस्यों से भी इसे लेकर केंद्र को पत्र लिखने के लिए कहेंगी।

बताया बंगालियों का पसंदीदा खाद्य पदार्थ

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने राज्य में पोस्तो की खेती (Poppy Cultivation) और (अफीम की खेती) की अनुमति मांगने के लिए केंद्र सरकार के पत्र लिखा है। ममता बनर्जी पोस्तो को पसंदीदा खाद्य पदार्थ बताते हुए कहा कि बंगालियों को ये काफी प्रिय होता है। हमारे दैनिक भोजन का ये हिस्सा है लेकिन इसकी खेती कुछ एक राज्यों में होती है। कम राज्यों में खेती होने की वजह से हमें इसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि इसे खरीदने के लिए 1000 रुपए चुकाने पड़ते हैं। अगर हमारे यहां भी इसकी खेती होने लगेगी तो ये 100 रूपए में ही लोगों को मिलेगा। इससे किसानों को भी फायदा होगा और उनकी आय में सुधार होगा।

क्या होता है पोस्तो 

आपको बता दें, ममता बनर्जी जिस पोस्ता की खेती के लिए केंद्र की मोदी सरकार से इजाजत मांग रही है वो अफीम के बीज होते हैं। इसे खसखस के नाम से भी जाना जाता है। बंगालियों में पोस्तो काफी लोकप्रिय है। कई व्यंजनों को बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। वैसे तो अफीम मादक पदार्थ है लेकिन ममता बनर्जी का कहना है कि पोस्तो कोई मादक पदार्थ नहीं है। हम इसकी खेती कृषि फार्मों में करेंगे। इससे हमारे लोगों को दूसरे राज्यों से महंगा पोस्ता नहीं खरीदना पड़ेगा और वो इसका लुत्फ उठा सकेंगे।

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