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I.N.D.I.A Meet In Mumbai: न संयोजक तय और न सीटों का बंटवारा, लोगो जारी करने पर भी अलग-अलग बयान!, अहम फैसलों पर विपक्षी गठबंधन का फिलहाल ये है हाल

फिलहाल स्थिति ये है कि अहम फैसले लेने में विपक्षी गठबंधन पापड़ बेल रहा है, तो सवाल ये है कि आखिर बीजेपी से मुकाबला करने के लिए वो रफ्तार कैसे पकड़ेगा? अभी विपक्षी दलों की और भी बैठकें होनी हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि वे इन अहम मसलों पर क्या फैसला लेते हैं।

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नई दिल्ली। विपक्षी दलों के गठबंधन की मुंबई में 2 दिन चली बैठक शुक्रवार को खत्म हो गई। विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की बैठक से पहले चर्चा थी कि इसमें संयोजक का नाम भी तय होगा और लोगो भी जारी किया जाएगा। जबकि, नतीजा ये है कि संयोजक का नाम अभी विपक्षी गठबंधन तय नहीं कर सका है। वहीं, लोगो को लेकर भी अलग-अलग बयानों से भ्रम की स्थिति है। बैठक के बाद विपक्षी दलों के गठबंधन के नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान शिवसेना-यूबीटी के उद्धव ठाकरे ने लोगो के बारे में कहा कि जनता की राय लेकर इसे जारी किया जाएगा। वहीं, उनकी पार्टी के ही संजय राउत का कहना था कि विपक्षी गठबंधन के लोगो को लेकर चर्चा होगी और एक-दो दिन में इसे जारी किया जाएगा।

अब अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने जो खबर दी है, उसके मुताबिक उसे उद्धव ठाकरे की पार्टी के एक बड़े नेता ने बताया कि कांग्रेस समेत कुछ दलों को लोगो पर आपत्ति थी। कांग्रेस और इन दलों का कहना था कि सभी पार्टियों का अपना चुनाव चिन्ह है। ऐसे में गठबंधन का नया लोगो जनता में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है। इस वजह से लोगो को विपक्षी नेताओं ने जारी नहीं किया। वहीं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टिवार का अखबार से कहना था कि 4-5 लोगो बन गए हैं, लेकिन फिलहाल इसे जारी नहीं किया जा रहा है।

इसके अलावा विपक्षी दलों के गठबंधन में लंबी बैठक के बाद ये भी फिलहाल तय नहीं हो सका है कि राज्यों में आपस में लोकसभा सीटों का बंटवारा कैसे किया जाए? यानी अभी सारे अहम मसले फंसे ही हुए हैं। तय सिर्फ इतना हुआ है कि सितंबर से गठबंधन के नेता बड़े शहरों में मेगा रैली करेंगे। ऐसे में जबकि सीट बंटवारे और संयोजक का नाम तय करने में विपक्षी गठबंधन पापड़ बेल रहा है, तो सवाल ये है कि आखिर बीजेपी से मुकाबला करने के लिए वो रफ्तार कैसे पकड़ेगा? अभी विपक्षी दलों की और भी बैठकें होनी हैं। अब सबकी नजर इस पर है कि वे इन अहम मसलों पर क्या फैसला लेते हैं।

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