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नेपाली पीएम के बाद बहकी विदेश मंत्री की जुबान, श्री राम को लेकर कहा कुछ ऐसा कि आ जाएगा सुनकर गुस्सा…

नई दिल्ली। पहले अयोध्या को लेकर नेपाल के पीएम की बदजुबानी सामने आई तो उसके बचाव में पूरा महकमा जुट गया। कल इस पर विदेश मंत्रालय की तरफ से सफाई भी आ गई की हमारा उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। अब उसी नेपाली विदेश मंत्रालय के मुखिया यानि वहां के विदेश मंत्री प्रवीण ज्ञावली ने भी आपत्तिजनक बयान प्रभु श्रीराम को लेकर दिया है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञावली ने विवादित बयान देते हुए कहा कि रामायण सभ्यता पर अभी भी अध्ययन चल रहा है। ऐसे में इसकी कोई प्रामाणिकता नहीं है।

मतलब साफ है भगवान राम और अयोध्या पर नेपाल के प्रधानमंत्री ओपी शर्मा ओली के बयान को लेकर विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली बचाव की मुद्रा में आ गए हैं। विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने कहा कि रामायण सभ्यता पर अभी भी नेपाल और भारत में अध्ययन चल रहा है और अब तक सिर्फ विश्वास के आधार पर ही हम सभी बातों को मानते आ रहे हैं।


नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने कहा कि हमें यही बताया गया कि सीता का जन्म जनकपुर में हुआ और राम का जन्म अयोध्या में हुआ, लेकिन जिस दिन इस पर अनुसंधान से कुछ और साबित हो जाएगा तब रामायण का इतिहास ही बदल जाएगा। लोगों की भावना से जुड़ी हुई बातें है इसलिए इस पर हम अभी बहुत कुछ नहीं बोलना चाहते हैं।

विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने कहा, ‘जहां तक मैं समझता हूं, रामायण सभ्यता की पुरातात्विक अध्ययन को पुष्टि करने के लिए हमारे पास अभी भी पर्याप्त प्रमाण नहीं है। अब तक हमारे परम्परागत विश्वास के आधार पर, हमारी आस्था के आधार पर हम यही कहते आ रहे हैं कि सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था, उनकी शादी राम के साथ अयोध्या में हुई।’

विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने आगे कहा, ‘कल को अध्ययन से अगर इसके अलावा किसी बात की पुष्टि होती है तो कई सारी बातें बदल सकती है। जब तक दूसरे किसी तथ्य के द्वारा कोई और बात प्रमाणित नहीं हो जाती तब तक ही हम इस बात को मानेंगे। ये सब बातें जनता की भावना से जुड़ी हुई है, इसलिए उसी हिसाब से पेश होना होता है।’

नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवाली ने कहा ‘रामायण में चर्चा में रहे स्थान कहां-कहां है? इस बात पर दोनों देशों में अभी भी चर्चा चल ही रही है। इसके सांस्कृतिक भूगोल को अंतिम रूप देना बाकी है। जैसे बुद्ध को लेकर हमारे पास लिखित और अन्य आधार पर पुष्टि करने का प्रमाण है, लेकिन रामायण को लेकर ऐसा नहीं है।’

नेपाल के पीएम ओपी शर्मा ओली का दावा है कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या भारत के उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि नेपाल के बाल्मिकी आश्रम के पास है। उन्होंने कहा था कि हमलोग आज तक इस भ्रम में हैं कि सीता का विवाह जिस राम से हुआ है, वह भारतीय हैं। वह भारतीय नहीं बल्कि नेपाली ही है।

पीएम ओपी शर्मा ओली का दावा है कि जनकपुर से पश्चिम में रहे बीरगंज के पास ठोरी नामक जगह में एक बाल्मिकी आश्रम है, वहां के ही राजकुमार राम थे। बाल्मिकी नगर नामक जगह अभी बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले में है, जिसका कुछ हिस्सा नेपाल में भी है।

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