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Moose Wala Murder: सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की साजिश का पंजाब पुलिस को पता था! हिंदी अखबार का दावा, डीजीपी ने बनाई नई SIT

sidhu moosewala

चंडीगढ़। सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है, लेकिन आम तौर पर देखें, तो अभी उसके हाथ खाली ही हैं। वहीं, हिंदी अखबार ‘नवभारत टाइम्स’ ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि मूसेवाला की जान को खतरे का इनपुट पंजाब पुलिस को पहले ही मिल चुका था, लेकिन फिर भी उनकी सुरक्षा घटा दी गई। इस बीच, पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने इस हत्याकांड की जांच के लिए नई एसआईटी बनाई है। हत्या के मामले में पुलिस ने सरफराज नाम के बदमाश को गिरफ्तार भी किया है।

हिंदी अखबार के मुताबिक पंजाब पुलिस ने जब सरफराज को पहले गिरफ्तार किया था, तो उससे पता चला था कि सिद्धू मूसेवाला की जान लेने की कोशिश हो सकती है। वो दिल्ली जाकर जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई से मिला भी था। इसके बाद भी पुलिस ने अपनी ओर से कोई कदम नहीं उठाया। अब पंजाब पुलिस दिल्ली पुलिस की रिमांड में आए लॉरेंस से पूछताछ करना चाहती है। हालांकि, लॉरेंस कह रहा है कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। पंजाब पुलिस इस मामले को अब अंतरराज्यीय गिरोहों और पाकिस्तान से हथियारों की तस्करी से भी जोड़कर जांच कर रही है।

सारे मामले से पर्दा उठाने में अब तक नाकाम पंजाब पुलिस के डीजीपी ने मूसेवाला की हत्या की जांच का जिम्मा एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के एडीजी प्रमोद बान की अध्यक्षता में बनी नई एसआईटी को सौंपी है। ये एसआईटी 6 मेंबर की है। इसमें आईजी पीएपी जसकरण सिंह और एआईजी-एजीटीएफ गुरमीत सिंह चौहान और मानसा के एसएसपी गौरव तोरा भी हैं। एसआईटी में अन्य सदस्य एसपी (जांच) धर्मवीर सिंह, डीएसपी (जांच) विश्वजीत सिंह और मानसा में सीआईए के प्रभारी पृथ्वीपाल सिंह हैं। गौरव तोरा के मुताबिक पुलिस को नए सबूत मिले हैं और इनके बारे में कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसआईटी गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई से पूछताछ करना चाहती है।

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