नई दिल्ली। एक बार फिर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के दावे पर उंगली उठी है। इस बार मामला देश के पहले ‘वर्चुअल स्कूल’ का है। केजरीवाल ने बुधवार को ताम-झाम के साथ दिल्ली में वर्चुअल स्कूल खोलने का एलान किया। उन्होंने दावा किया कि ये देश का पहला वर्चुअल मोड में चलने वाला स्कूल है। केजरीवाल ने कहा कि इस स्कूल की सभी क्लासेज ऑनलाइन होंगी। छात्र अपने घर से पढ़ाई कर सकेंगे। इस स्कूल में शुरुआत में 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई का एलान भी केजरीवाल ने किया था। पहले आप सुनिए केजरीवाल का वर्चुअल स्कूल खोलने पर बयान।
आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति की शुरुआत हो रही है। आज देश का पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली में शुरू। https://t.co/PIms2geisB
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 31, 2022
केजरीवाल के इसी दावे को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग NIOS ने गलत बता दिया। एनआईओएस ने बाकायदा बयान जारी कर कहा कि भारत का पहला वर्चुअल स्कूल 2021 में उसका स्थापित किया हुआ है। संस्था ने बताया कि अगस्त 2021 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने ये स्कूल शुरू किया था। ओपन स्कूल ने अपने बयान में बताया कि उससे संबद्ध 7000 से ज्यादा पढ़ाई के केंद्र हैं। ये केंद्र छात्रों को अकादमिक मदद देते हैं। इसके अलावा 1500 से ज्यादा केंद्र छात्रों को कौशल वाले व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में मदद कर रहे हैं। इन सभी जगह ऑनलाइन यानी लाइव इंटरैक्टिव क्लास की जाती हैं।
With reference to certain media reports regarding the claims of India’s first virtual school being launched today. It is informed that the first virtual school of the country was already launched by NIOS in August 2021@dpradhanbjp@Annapurna4BJP@Drsubhassarkar @RanjanRajkuma11 pic.twitter.com/3Yq0N6oVRP
— NIOS (@niostwit) August 31, 2022
एनआईओएस की तरफ से देश के पहले वर्चुअल स्कूल के बारे में केजरीवाल के दावे को गलत बताते ही बीजेपी एक बार फिर दिल्ली के सीएम पर हमलावर हो गई। बीजेपी के नेता आशीष सूद ने कहा कि केजरीवाल को हम झूठ नहीं बोलने देंगे। उनके हर झूठ का पर्दाफाश करेंगे। सूद ने कहा कि शराब नीति पर जवाब न देना पड़े, इस वजह से बिना किसी बजट प्रावधान के वर्चुअल क्लास की शुरुआत केजरीवाल ने की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal ने आज पहले वर्चुअल स्कूल का शिगुफ़ा छोड़ा है, लेकिन इन्हें नहीं पता की ऐसे वर्चुअल स्टडी का लाभ #Uttrakhand के बच्चे 2020 से ले रहे हैं.@BJP4India @BJP4Delhi @JPNadda @blsanthosh @adeshguptabjp pic.twitter.com/xrWukqD8N3
— Ashish Sood (@ashishsood_bjp) August 31, 2022
सूद ने कहा कि केजरीवाल हमेशा दावा करते हैं कि वो और उनकी सरकार हर काम नंबर-1 करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जैसे अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के अरबों रुपए नंबर-1 चोरी की तरह चुराए हैं, ठीक उसी तरह वर्चुअल स्कूल की बात भी नंबर-1 चोरी है। आशीष सूद ने कहा कि इससे पहले उत्तराखंड में 2020 में वर्चुअल स्कूल के बारे में काम हुआ था। यहां तक कि मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति तो वर्चुअल यूनिवर्सिटी की भी बात करती है।