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Madhya Pradesh: महिला विधायक पर कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी पर गरमाई सियासत, मौन धरने पर बैठे ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया

Scindia Silent Fast Kamalnath

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेसी नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का एक बयान पार्टी के लिए सिरदर्द बन गया है। चुनाव से पहले कमलनाथ का भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को ‘आइटम’ कहना अब सेल्फ गोल जैसा दिखाई दे रहा है। सोशल मीडिया से लेकर हर जगह इस बयान की चर्चा है। बता दें कि इस विवादित बयान को लेकर कांग्रेस को छोड़कर BJP में शामिल हुए दिग्‍गज नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) कमलनाथ के बयान के खिलाफ इंदौर में मौन धरने पर बैठ गए हैं। बता दें कि कमलनाथ के बयान के बाद से चुनावी समय में बीजेपी कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी पर हमलावर हो गई है। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर तमाम बड़े नेताओं ने कमलनाथ के इस तो अपमानजनक बताया है और इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दो घंटे के लिए रखे गए इस मौन व्रत में बीजेपी प्रदेश भर में मौन व्रत पर है। भोपाल में सीएम शिवराज और ग्वालियर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा मौन व्रत पर हैं। दूसरी तरफ, प्रदेश भर में बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौन व्रत पर चले गए हैं।

चुनाव आयोग में शिकायत

कमलनाथ के इस बयान को लेकर भाजपा पूरे मूड में नजर आ रही है। बता दें कि भाजपा इस बयान पर चुनाव आयोग में शिकायत भी कर चुकी है। बीजेपी की मांग है कि इस तरह की टिप्पणी के बाद चुनाव आयोग कमलनाथ के प्रचार कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगाए। कांग्रेस नेताओं की तरफ से भी अब कमलनाथ के इस बयान को लेकर प्रतिक्रिया आ रही है। कांग्रेस का कहना है कि कमलनाथ ने इमरती देवी का नाम नहीं लिया है। भाजपा उपचुनाव में घटिया राजनीति कर रही है।

शिवराज सिंह चौहान ने कहा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर ट्वीट कर कहा, ‘कमलनाथ जी! इमरती देवी उस गरीब किसान की बेटी का नाम है, जिसने गांव में मजदूरी करने से शुरुआत की और आज जनसेवक के रूप में राष्ट्रनिर्माण में सहयोग दे रही हैं। कांग्रेस ने मुझे ‘भूखा-नंगा’ कहा और एक महिला के लिए आपने ‘आइटम’ जैसे शब्द का उपयोग कर अपनी सामंतवादी सोच फिर उजागर कर दी।’

अपडेट- इमरती देवी ने किया पलटवार

वहीं कमलनाथ के विवादित बयान पर इमरती देवी ने कहा कि अगर मैं गरीब परिवार में पैदा हुई तो मेरी क्या गलती है? अगर मैं दलित हूं तो मेरी क्या गलती है? उन्होंने कहा, “मैं सोनिया गांधी से अपील करना चाहती हूं कि ऐसे लोगों को अपनी पार्टी में न रखें। वह भी एक मां हैं। अगर महिलाओं के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया जाएगा तो कोई भी महिला कैसे आगे बढ़ सकती है?

रुआंसी हुईं इमरती देवी

इतना ही नहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए इमरती देवी रुआंसी हो गईं। उन्होंने आगे कहा, “अगर गरीब को पैदा होना इतना ही कसूरवार होता है तो शायद मैं सोचती हूं कि कमलनाथ ने जो बात कही है तो हमारी हिंदुस्तान की, मध्य प्रदेश की एक भी महिला एससी दलित की बाहर नहीं निकलेगी।”

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