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पालघर में साधुओं की हत्या का एक आरोपी निकला कोरोना पॉजिटिव

पालघर। कुछ समय पहले 16 अप्रैल की रात महाराष्ट्र के पालघर में जो घटना हुई उसने पूरे देश में उबाल पैदा किया। 16 अप्रैल की रात पालघर में दो साधुओं और उनकी कार चला रहे ड्राइवर पर एक भीड़ ने जानलेवा हमला किया और इस मॉब लिंचिंग में उन तीनों लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस द्वारा लिंचिंग के सिलसिले में गिरफ्तार किए आरोपियों में से एक आरोपी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।

बता दें कि इस मामले में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी सामने आते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिला सूचना अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुतबिक, प्रशासन ने अब इस मामले में गिरफ्तार हुए अन्य 19 आरोपियों के सैंपल की जांच के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मियों का भी कोरोना टेस्ट होगा।

पालघर में साधुओं की लिंचिंग के 55 वर्षीय आरोपी को कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस आरोपी को वाडा पुलिस स्टेशन के लॉकअप में बाकी के 19 आरोपियो के साथ रखा गया था। 28 अप्रैल को कोरोना वायरस की टेस्टिंग के लिए उसके स्वाब के नमूने भेजे गए थे, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, शनिवार सुबह उसकी दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया।

गौरतलब है कि प्रशासन ने अब लॉकअप में बंद अन्य 19 सहआरोपियों के टेस्ट कराने करे निर्देश दिए हैं। वहीं, मौके पर तैनात 23 पुलिस कर्मचारियों के नमूने लेने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में स्थित गडचिंचले गांव में लोगों की एक भीड़ ने अफवाहों के चलते 3 साधुओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। साधुओं की इस हत्या पर पूरे देश में उबाल आ गया था और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग ने जोर पकड़ लिया था।

पुलिस ने 20 अप्रैल को 101 गांववालों को गिरफ्तार किया था और फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है। गौरतलब है कि पालघर के इस मामले पर देशभर के हिंदू संगठनों में आक्रोश देखने को मिला था। विश्व हिंदू परिषद सुर बजरंग दल ने तो पालघर जाकर इन हत्याओं का बदला लेने का आव्हान तक कर रखा है।

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