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किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम मोदी ने मन की बात में जो कहा वो बहुत महत्वपूर्ण है

PM Modi: दिल्ली(Delhi) पहुंचे किसान आंदोलन(Farmer Protest) को लेकर पीएम मोदी ने कुछ ऐसा कहा जोकि काफी अहम है। बता दें कि मन की बात में उन्होंने कहा कि, बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं।

Modi Farmer

नई दिल्ली। 29 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात में देशवासियों को खुशखबरी देते हुए बताया कि, “आज मैं आप सबके साथ एक खुशखबरी साझा करना चाहता हूं। हर भारतीय को यह जानकर गर्व होगा कि देवी अन्नपूर्णा की एक बहुत पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस भारत आ रही है। माता अन्नपूर्णा का काशी से बहुत ही विशेष संबंध है। अब उनकी प्रतिमा का वापस आना हम सभी के लिए सुखद है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की तरह ही हमारी विरासत की अनेक अनमोल धरोहरें, अंतरराष्ट्रीय गिरोहों का शिकार होती रही हैं।” वहीं पंजाब से चलकर दिल्ली पहुंचे किसान आंदोलन को लेकर पीएम मोदी ने कुछ ऐसा कहा जोकि काफी अहम है। बता दें कि मन की बात में उन्होंने कहा कि, बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं।

पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि, “बरसों से किसानों की जो मांग थी, जिन मांगों को पूरा करने के लिए किसी न किसी समय में हर राजनीतिक दल ने उनसे वायदा किया था, वो मांग पूरी हुई हैं। काफी विचार विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बन्धन समाप्त हुए हैं, बल्कि उन्हें नए अधिकार भी मिले हैं, नए अवसर भी मिले हैं।” पीएम ने कहा कि, इससे किसानों को नए अधिकार मिलेंगे।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि अब फसल खरीद के 3 दिन के अंदर भुगतान का नियम है। पूरा भुगतान नहीं मिलने पर शिकायत का प्रावधान भी किया गया है। क्षेत्र के एसडीएम को एक महीने में निपटारा करना होगा। अपनी बात में पीएम मोदी ने उदाहरण देकर बताया कि कृषि कानून किस तरह किसानों को उनकी फसल की अच्छी कीमत दिलाने में कारगर साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि, कैसे महीनों से पेमेंट के लिए चक्कर लगा रहे महाराष्ट्र के एक किसान जितेंद्र भोइजी का पैसा नए कानून की वजह से मिल सका। नए कानून में जहां तीन दिन के अंदर किसान को पैसा मिलने की बात है, वहीं एक महीने के अंदर उनकी शिकायतें भी दूर होंगी।

उन्होंने बताया कि, महाराष्ट्र के धुले जिले के किसान जितेंद्र भोइजी ने मक्का की खेती की थी। इसका सही दाम पाने के लिए उन्होंने फसल व्यापारी को बेचने का फैसला किया। इसके लिए तीन लाख 32 हजार रुपये का पेमेंट तय हुआ था। जिसमें 25 हजार रुपये उन्हें एडवांस मिल गए थे। बाकी पैसा 15 दिन में चुकाने की बात हुई थी लेकिन उन्हें बाकी पेमेंट नहीं मिला।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मक्का खरीदने वाले बरसों से चली आ रही उसी परंपरा को निभा रहे थे कि ‘किसान से फसल खरीद लो, महीनों तक पेमेंट न करो’। चार महीने तक जितेंद्र का पेमेंट नहीं हुआ था। सितंबर से जो नए कृषि कानून बने हैं, इस कानून में यह तय हुआ है कि फसल खरीदने के तीन दिन में ही किसान को पूरा पैसा पेमेंट करना है। ऐसा नहीं होने पर किसान शिकायत दर्ज कर सकता है। क्षेत्र के एसडीएम को एक महीने के भीतर ही किसान की शिकायत का निपटारा करना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि, किसान कानूनो को लेकर जो भ्रम है, उसे दूर करने की आवश्यकता है।

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