News Room Post

Bihar Election: छपरा में पीएम मोदी का जोरदार प्रहार- ‘यूपी में जो डबल-डबल युवराज का हुआ, वो ही बिहार में होगा’

pm modi rally chhapra

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 94 विधानसभा सीटों पर मतदान होने हैं। ऐसे में आज शाम पांच बजे प्रचार थम जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के लोगों को NDA के लिए वोटिंग करने के लिए आज चार जगहों पर जनसभा को संबोधित करेंगे। इस प्रचार अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री छपरा से की। छपरा में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरूआत भोजपुरी बोलकर से की। लोगों की भीड़ देखकर पीएम मोदी ने कहा कि, “चुनाव सभाएं हमने पहले भी देखी हैं, चुनाव में कितनी भी गर्मी आई हो, चुनाव कितना भी नजदीक क्यों न आ गया हो। तो भी सुबह 10 बजे से पहले इतनी बड़ी विशाल रैली कभी संभव नहीं होती।” दूसरे चरण के प्रचार की कमान थामे पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, इस भीड़ को देखकर अंदाजा हो गया है कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने वाली है।

गौरतलब है कि पीएम मोदी आज छपरा के अलावा समस्तीपुर, मोतिहारी और बगहा में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे। छपरा में पीएम मोदी ने कहा कि, “पहले चरण के मतदान से साफ नजर आ रहा है कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है। पहले चरण के मतदान में आपने एनडीए को जो भारी समर्थन के संकेत दिए हैं और जिन्होंने भी मतदान किया है, उनका में अभिनंदन करता हूं।”

लाइव अपडेट-

पीएम मोदी ने कहा कि देश में चौतरफा हो रहे विकास के बीच, आप सभी को उन ताकतों से भी सावधान रहना है, जो अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देशहित के खिलाफ जाने से भी बाज नहीं आतीं है। ये वो लोग हैं जो देश के वीर जवानों के बलिदान में भी अपना फायदा देखने लगते हैं। पीएम ने कहा कि 2-3 दिन पहले पड़ोसी देश ने पुलवामा हमले की सच्चाई को स्वीकारा है। इस सच्चाई ने उन लोगों के चेहरे से नकाब हटा दिया, जो हमले के बाद अफवाएं फैला रहे थे।

2-3 दिन पहले पड़ोसी देश ने पुलवामा हमले की सच्चाई को स्वीकारा है। इस सच्चाई ने उन लोगों के चेहरे से नकाब हटा दिया, जो हमले के बाद अफवाएं फैला रहे थे।

देश में चौतरफा हो रहे विकास के बीच, आप सभी को उन ताकतों से भी सावधान रहना है, जो अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देशहित के खिलाफ जाने से भी बाज नहीं आतीं। ये वो लोग हैं जो देश के वीर जवानों के बलिदान में भी अपना फायदा देखने लगते हैं।

PM मोदी ने कहा कि उस महिला ने बिना लाग लपेट के कहा कि मोदी हमारा के नल देहलन, लाइन देहलन, बिजली देहलन, मोदी हमरा के कोटा देहलन, राशन देहलन, पेंसिल देहलन। मोदी हमरा के गैस देहलन। उनका क्यों वोट न देबे, का तौहर के देब।

मैं वो वीडियो देखकर बहुत प्रभावित हुआ। उस गांव कि महिला, उस मां ने उसके सवाल का एक सांस में जवाब देना शुरू कर दिया। जब वो जवाब दे रही थी तो वो जो सवाल पूछने वाला था, उसका चेहरा लटक गया।

बिहार के एक गांव की किन्हीं बुजुर्ग महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है। उसमें एक व्यक्ति उन महिला से पूछता है कि मोदी को काहे खातिर वोट देबो। आखिर मोदी ने तुम्हारी खातिर किया क्या है?

पुल बनाने के लिए कौन काम करेगा जब इंजीनियर सुरक्षित नहीं हो? कौन सड़क बनाएगा जब ठेकेदार की जान चौबीसों घंटे खतरे में हो। किसी कंपनी को अगर कोई काम मिलता भी था, तो वो यहां काम शुरु करने से पहले सौ बार सोचती थी। ये है जंगलराज के दिनों की सच्चाई है।

नौजवानों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि, आज के नौजवान को खुद से पूछना चाहिए कि बड़ी-बड़ी परियोजनाएं जो बिहार के लिए इतनी जरूरी थीं, वो बरसों तक क्यों अटकीं रहीं? बिहार के पास सामर्थ्य तब भी भरपूर था। सरकारों के पास पैसा तब भी पर्याप्त था। फर्क सिर्फ इतना था कि तब बिहार में जंगलराज था।

पीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, आज बिहार के गांव सड़क, बिजली, पानी जैसी मूल सुविधाओं से कनेक्ट हो रहे हैं। अगर नीयत होती, इच्छाशक्ति होती, तो ये काम डेढ़ दशक पहले भी हो सकते थे।

उन्होंने कहा कि, कोरोना के काल में किसी मां को ये चिंता करने की जरूरत नहीं है कि छठ पूजा को कैसे मनाएंगे। अरे मेरी मां! आपने अपने बेटे को दिल्ली मैं बैठाया है, तो क्या वो छठ की चिंता नहीं करेगा! मां! तुम छठ की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है।

पीएम मोदी ने कहा कि, दुनिया में आज कोई ऐसा नहीं है, जिसे कोरोना ने प्रभावित न किया हो, जिसका इस महामारी ने नुकसान न किया हो। एनडीए की सरकार ने कोरोना की शुरुआत से ही प्रयास किया है कि वो इस संकटकाल में देश के गरीब, बिहार के गरीब के साथ खड़ी रहे।

3-4 साल पहले यूपी के चुनाव में भी डबल-डबल युवराज बस के ऊपर चढ़कर लोगों के सामने हाथ हिला रहे थे। यूपी की जनता ने वहां उन्हें घर लौटा दिया था। वहां के एक युवराज अब जंगलराज के युवराज से मिल गये हैं। यूपी में जो डबल-डबल युवराज का हुआ, वो ही बिहार में होगा।

आज बिहार के सामने, डबल इंजन की सरकार है, तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज भी हैं। उनमे से एक तो जंगलराज के युवराज भी हैं। डबल इंजन वाली एनडीए सरकार, बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, तो ये डबल-डबल युवराज अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

बिहार के लोगों को उनकी भावनाओं को ये लोग कभी समझ नहीं सकते। ये अपने परिवार के पैदा हुए हैं, अपने परिवार के जी रहे हैं, अपने परिवार के लिए ही जूझ रहे हैं। उन्हें न बिहार से कोई लेना देना है और न बिहार की युवा पीढ़ी से कोई लेना देना है।

भाजपा के लिए, एनडीए के लिए आपका ये प्रेम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है, रात को उन्हें नींद नहीं आ रही है। कभी-कभी तो अपने ही कार्यकर्ताओं से मारकर फेंकते हैं। उनकी हताशा-निराशा, बौखलाहट, गुस्सा, अब बिहार की जनता बराबर देख रही है। चेहरे से हंसी गायब हो गई है।

Exit mobile version