नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच काफी गहमागहमी देखने को मिल रही है। अदानी मसले को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। बीते सोमवार को राहुल गांधी ने अदानी मसले को लेकर केंद्र से कई तीखे सवाल पूछे थे। जिसके बाद स्मृति ईरानी सहित अन्य बीजेपी नेताओं ने राहुल के वार पर पलटवार किया है। वहीं, आज प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना जवाब दिया। आइए आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
पीएम मोदी ने किया कश्मीर का जिक्र
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर की हालिया स्थिति का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कश्मीर में शांति की बयार बह रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं भी यात्रा लेकर कश्मीर गया था। तब मैंने तिरंगा फहराने का संकल्प लिया था। तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि किसमें हिम्मत है कि वो तिरंगा फहराए। पोस्टर में लिखे गए थे कि किसने अपनी मां का दूध पीया है कि वो यहां आकर तिरंगा फहराएगा। 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचूंगा, बिना सुरक्षा, बिना बुलेट प्रूफ जैकेट आऊंगा और फैसला लाल चौक पर होगा कि किसने अपनी मां का दूध पिया है? प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं श्रीनगर में तिरंगा फहराया गया था। तब मीडिया के लोगों ने सवाल किया था कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है। मैं आपको बता दूं कि अखबारों में ऐसी खबरें आई थी लेकिन अफसोस इस पर ध्यान नहीं दिया गया। उस वक्त लोग टीवी में अपने आपको चमकाने में लगे थे। इस इस तरह से पीएम मोदी ने मुख्तलिफ मुद्दों को लेकर विपक्षियों पर हमला बोला।
विपक्षियों पर बरसे पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पहले तो इन लोगों को तय कर लेना चाहिए कि भारत मजबूत हुआ है या कमजोर है। उन्हें खुद याद नहीं रहता है कि वे अब कितने विरोधाभासी हो चुके हैं। इन लोगों को अब अपनी कही बातों पर आत्मचिंतन कर लेना चाहिए। 2014 से पहले ये लोग कह रहे थे कि भारत कमजोर हुआ है और अब कह रहे हैं कि भारत इतना मजबूत हो चुका है कि दूसरे देशों को धमकाकर फैसला करवा ले रहा है। अब ऐसे में इन लोगों को यह तय कर लेना चाहिए कि भारत मजबूत हुआ है या कमजोर।
मां सशक्त होती है, तो परिवार सशक्त होता है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अगर मां सशक्त होती है, तो परिवार सशक्त होता है। समाज सशक्त होता है। देश सशक्त होता है। माताओं-बहनों को विभिन्न प्रकार की सुविधा मिल रही है। इसके अलावा आज आदिवासियों के लिए हमने पानी की व्यवस्था की। हमने महिलाओं को धुएं से मुक्ति दिलाई। पीएम मोदी ने कहा कि हमने माताओं-बहनों के लिए शौचालय की व्यवस्था करवाई।
सदन में लगे मोदी-मोदी के नारे
पीएम मोदी के संबोधन के बीच सदन में दो अलग तरह-तरह की तस्वीरें देखने को मिली। जहां एक तरफ सत्ता पक्ष की तरफ से मोदी-मोदी के नारे लगते दिखे, तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दलों की तरफ से अदानी-अदानी के नारे लगे। पीएम मोदी ने कहा कि मोदी के प्रति भरोसा अखबार-टीवी की सुर्खियों से पैदा नहीं होता, बल्कि 140 करोड़ भारतीय हमपर भरोसा करते हैं। मेरा सुरक्षाकवच 140 करोड़ भारतीय हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने इस देश के लोगों के लिए जीवन खपा दिया है, पल-पल खपा दिया है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की दुर्गति का अध्ययन हावार्ड में किया जा रहा है। उसका विषय था- द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हारवर्ड नहीं, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना ही होना है। और कांग्रेस को डुबाने वाले लोगों पर भी अध्ययन होने वाला है।
पीएम मोदी ने गिनाई अपनी सरकार की उपलब्धियां : PM मोदी
पीएम मोदी ने आगे अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन लोगों को ईडी का शुक्रिया अदा करना चाहिए। ईडी ने इन सभी लोगों को अपने मंच पर लाकर खड़ा कर दिया है। कई लोगों ने उनके सुर में अपने सुर मिला लिए हैं- मिले-तेरा मेरा सुर। पीएम मोदी ने आगे अपने संबोधन में कहा कि तीन दशकों में राजनीतिक स्थिरता रही है। लेकिन, आज हमारे पास एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाली सरकार है। पीएम मोदी ने आगे अपने संबोधन में कहा कि पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं। स्टार्टअप्स में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं।
9 साल आरोपों में गंवा दिए: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्षी दलों में यह निराशा ऐसे नहीं आई है। एक तो बार-बार जनता ने हमें हुक्म दिया है। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले अर्थव्यवस्था खस्ता हो गई, महंगाई डबल डिजिट में रही। कुछ अच्छा होता है निराशा और उभरकर सामने आ जाती है। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव हार जाओ, तो ईवीएम को गाली और सुप्रीम कोर्ट का फैसला पक्ष में ना आए, तो कोर्ट को गाली दो और अगर कोई एजेंसी किसी घोटाले की जांच करें, तो उस जांच एजेंसी को गाली दो। इस तरह इन लोगों ने सिर्फ और सिर्फ 9 सालों तक महज आरोपो में ही बिता दिए। पीएम मोदी ने कहा कि मैं तो चाहता हूं कि कोई आलोचना हो। क्योंकि आलोचना लोकतंत्र को मजबूत बनाती है। मैं तो खुद चाहता हूं कि कोई अच्छे विश्लेषण के साथ आए और हमारी आलोचना करें, लेकिन अभी तक मुझे कोई अच्छा आलोचक नहीं मिला है। यह लोग सिर्फ और सिर्फ आरोप ही लगा रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यूएपीए को लेकर भी हमला बोला। हम सभी को याद है कि उस समय कॉमनवेल्थ घोटाला हुआ था। 2 जी सहित अन्य घोटाले को देशवासी देख चुके हैं।
निराशावादी लोग तरक्की स्वीकार नहीं कर पा रहे: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने सदन में संबोधन के दौरान कहा कि कुछ निराशावादी लोग देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में आपूर्ति तंत्र का आयाम विस्तारित हो रहा है। मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में भारत का उभार हुआ है, जिससे आर्थिक तंत्र में सक्रिय रहे लोगों का हित हुआ। 140 करोड़ लोगों को पुरुषार्थ को यह लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। यह लोग देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। पिछले नौ वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप आए हैं। आज स्टार्टअप के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। बहुत बड़ा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश की टियर-3 शहरों तक पहुंच चुका है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना काल में देश ने विकास के नए पैमाने गढ़े हैं।
चुनौतियों के बिना जीवन अधूरा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि चुनौतियों के बिना हमारा जीवन अधूरा है। लेकिन चुनौतियों से ज्यादा जज्बा हमारे देश के नागरिकों में हैं। उनका समार्थ्य चुनौतियों से ज्यादा बड़ा है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि अनेकों देश में आर्थिक स्थिति स्थिर हो चुकी है। भीषण महंगाई है। भारी बेरोजगारी है। आसपड़ोस के देशों मेंं माली हालत हो चुकी है, लेकिन आज ऐसी स्थिति में भारत ने पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में आशा है। चौतरफा विश्वास है। लोगों में उमंग है। यहां तक विश्व समुदाय ने भी हम पर भरोसा जताया है। ऐसी स्थिति में पीएम मोदी को जी-20 की कमान सौंपी गई है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि विश्व बिरादरी के बीच भारत के विश्वास का आयाम बढ़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भारत आर्थिक मोर्चे पर कमजोर देशों को आर्थिक मदद पहुंचाने की दिशा में सक्रिय रहा।
हमारा देश आत्मविश्वास से भरा है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि सदन में किसी भी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण का विरोध नहीं किया। हालांकि, टीका-टिप्पणी , नोकझोंक सहित अन्य सारे मुद्दे तो चलते ही रहते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि जो राष्ट्रपति जी के पूरे भाषण में है, वो पूरे 140 करोड़ देशवासियों के लिए हैं। सौ साल में एक बार आई भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति और बंटा हुआ विश्व, इस स्थिति में भी और इस संकट के माहौल में भी देश जिस प्रकार से संभला है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है।
हर समस्या का समाधान भारत के पास है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज की तारीख में भारत के पास विश्व की हर प्रकार की समस्या का समाधान है। अधिकांश देश अपनी समस्याओं के निवारण के लिए भारत पर निर्भर हैं। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि कई दशकों तक लोगों ने अपनी समस्याओं के निवारण के लिए समृद्धि और सफलता के लिए क्षण का इंतजार किया है, लेकिन अफसोस देश की जनता को इसके एवज में केवल घोटाला ही मिला।
राहुल गांधी पर शायराना अंदाज में हमला
पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी शायराना अंदाजा में हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि ये कह कह कर हम दिल को बहला रहे हैं वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मैं देख रहा था कि कुछ लोग उनके भाषण में , जो कि उनके समर्थक हैं, वो खुशी से उछल रहे थे। और जब यह बातें टीवी पर कही गई तो उनके दिल में भरा नफरत का भाव साफ नजर आ रहा था। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हालांकि, बाद में उन्होंने चिट्ठी लिखकर बचने की कोशिश की गई थी, लेकिन उन्हें कोई भी सफलता नहीं मिली।
राष्ट्रपति आदिवासी समाज का गौरव: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति आदिवासी समाज की गौरव हैं। आज देश की आजादी के 75 साल बाद जिस रह से देश के आत्मसम्मान को बढ़ाया गया है, उसके लिए मैं अभारी हूं। राष्ट्रपति के भाषण में संकल्प सिद्धी का खाका खींचा गया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस बात से प्ररेणा मिलती है कि सभी संसद की कार्यवाही में हिस्सा लिया।
पीएम मोदी के संबोधन से पहले सदन में हंगामा
पीएम मोदी के संबोधन से पहले विपक्षी दलों की तरफ से जोरदार हंगामा दिखा। जिसके बाद ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी, लेकिन इसके बावजूद भी विपक्षी दलों के नेता नहीं माने और अपना हंगामा जारी रखा।
गृह मंत्री ने जताई आपत्ति
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी के बयानों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि चीन सीमा विवााद को लेकर अर्नगल आरोप लगा रहा हैं और आपके पास अपने आरोपों को सिद्ध करने के लिए कोई सबूत नहीं है। शाह ने कहा कि आप हजारों एकड़ जमीन हारकर आए थे तो क्या चर्चा की थी।
किरेन रिजिजू ने साधा पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना
केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि 2014 से पहले नए-नए घोटालों के बारे में अखबारों से हमें पता चलता था, लेकिन आज मोदी सरकार के नेतृत्व में सभी घोटाले बाजों के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है।
Rahul Gandhi has hit the right spot & due to it, there is commotion in BJP. For the first time, a ruling party is advocating for an industrialist. We’re not saying this on our own. It has come in Hindenburg report & we are raising the issue. What’s wrong with that?: AR Chowdhury pic.twitter.com/yQCJ7KgYth
— ANI (@ANI) February 8, 2023
अधीर रंजन ने बीजेपी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पूरे देश में राहुल गांधी के भाषण की चर्चा हो रही है। उनके भाषण को लेकर सुन रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार उन्हें घेर रही है। कभी उन्हें पाकिस्तान का दलाल बता देती है, तो कभी कुछ और हैरानी तो इस बात को लेकर होती है कि बीजेपी को यह सभी असंवेदनशील लगते हैं।
ओवैसी ने भी किया अदानी मामले का जिक्र
ओवैसी ने कहा कि अगर हिंडनबर्ग के लोग भारत में होते तो अब तक उन पर UAPA लग गया होता। हमारी मांग है कि अदाणी मामले में जांच होनी चाहिए, लेकिन यह सरकार का काम है। भारत के बैंकों को चूना लगाकर भागने वाले 28 लोगों की सूची में किसी भी मुगल-ए-आजम का नाम नहीं है।