प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज में जिस जामिया हबीबिया मदरसा में नकली नोट छापने का मामला पकड़ा गया था, वहां से अब पुलिस को आपत्तिजनक साहित्य भी मिला है। पुलिस ने बताया है कि जामिया हबीबिया मदरसा में ऐसी किताब मिली है, जिसमें आरएसएस को देश का सबसे बड़ा आतंकी संगठन बताया गया है। प्रयागराज पुलिस ने बताया है कि जांच में पता चला जामिया हबीबिया मदरसा के कार्यकारी प्रिंसिपल तफ्सील-उर-आफरीन उस किताब को पढ़ता था, जिसमें आरएसएस को आतंकी संगठन बताया गया है।
BREAKING | प्रयागराज में मदरसा नकली नोट कांड पर नया खुलासा
– आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद
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— ABP News (@ABPNews) September 3, 2024
इस मामले में महाराष्ट्र पुलिस में आईजी रहे एसएम मुशर्रफ भी घेरे में आते दिख रहे हैं। जिस आपत्तिजनक किताब को जामिया हबीबिया मदरसा से पुलिस ने बरामद किया है, उसके लेखक मुशर्रफ ही हैं। पुलिस के मुताबिक आपत्तिजनक किताब पहले उर्दू में छपी थी। बाद में इसका हिंदी तर्जुमा भी किया गया था। पुलिस ने ये खुलासा भी किया है कि जामिया हबीबिया मदरसा का कार्यकारी प्रिंसिपल तफ्सील-उर-आफरीन ये आपत्तिजनक किताब यहां आने वाले बच्चों को भी पढ़ाता था। मदरसा से उर्दू में लिखी किताब मिली है। जामिया हबीबिया मदरसा में छापे के दौरान पुलिस को स्पीड पोस्ट किए जाने की रसीदें मिली हैं। इनमें दिए पतों पर रहने वालों की जांच की तैयारी है। साथ ही ये भी पुलिस पता लगा रही है कि आखिर स्पीड पोस्ट किस वजह से किए गए थे।
आरएसएस को सबसे बड़ा आतंकी संगठन बताने वाली किताब और स्पीड पोस्ट की रसीदें बरामद होने के बाद प्रयागराज पुलिस अब जामिया हबीबिया मदरसा के गिरफ्तार प्रिंसिपल और अन्य की रिमांड लेने वाली है। रिमांड पर लेकर इनसे और राज पुलिस उगलवाना चाहती है। यहां से पुलिस ने 1.50 लाख के नकली नोट बरामद किए थे। जो 100-100 रुपए मूल्यवर्ग में थे। पुलिस ये भी जानना चाहती है कि मदरसा में नकली नोट आखिर क्यों छापे जा रहे थे। कुल मिलाकर प्रयागराज के मदरसा में ऐसे सबूत मिलते दिख रहे हैं, जो देशविरोधी गतिविधियों की तरफ इशारा कर रहे हैं।