बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार में मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियंक खरगे ने कहा है कि अगर कांग्रेस केंद्र की सत्ता हासिल करती है, तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को बैन किया जाएगा। प्रियंक खरगे ने तमाम सवाल दागकर आरएसएस को घेरने की कोशिश की है। प्रियंक खरगे ने सवाल उठाया कि देश में नफरत कौन फैला रहा है, कौन सांप्रदायिक हिंसा का जिम्मेदार है, कौन संविधान बदलने की बात कर रहा है। प्रियंक खरगे ने कहा कि आरएसएस अपनी राजनीतिक शाखा बीजेपी से बेरोजगारी बढ़ने, पहलगाम में आतंकी हमला कैसे हुआ जैसे सवाल क्यों नहीं पूछती। उन्होंने कहा कि इसके बजाय आरएसएस के लोग समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। आरएसएस को बैन करने के बारे में प्रियंक खरगे के बयान पर बीजेपी की भी प्रतिक्रिया आई है।
‘…Will use every constitutional tool to dismantle RSS’, Priyank Kharge, K’taka Minister
They are daydreaming…Priyank Kharge claims that if Cong comes to power at the Centre, they will ban the RSS—but Cong is nowhere close to returning to power: @AshokKM39270068 pic.twitter.com/JLEBb8iv42
— TIMES NOW (@TimesNow) July 1, 2025
इससे पहले प्रियंक खरगे ने ये सवाल भी दागा कि क्या ईडी और इनकम टैक्स जैसी सभी एजेंसियां विपक्ष की जांच के लिए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ये जांच क्यों नहीं करती कि आरएसएस के पास पैसा कहां से आ रहा है, उनकी आय का स्रोत क्या है। कांग्रेस के नेता प्रियंक खरगे ने कहा कि हर बार आरएसएस के लोग हेट स्पीच देकर और संविधान बदलने की बात कहकर कैसे बच जाते हैं। उन्होंने ये सवाल भी पूछा कि आरएसएस के लोग आर्थिक अपराध कर कैसे बचते हैं। प्रियंक खरगे ने कहा कि इन सभी मसलों की जांच होनी चाहिए। प्रियंक खरगे ने और क्या कहा, ये सुनिए।
#WATCH | Bengaluru: On RSS General Secretary Dattattreya Hosabale’s remark, Karnataka Minister Priyank Kharge says, “Very clearly, Dr. Babasaheb Ambedkar in his last speech has defined anti-nationals as those who create animosity by bringing in caste, and those people who are… pic.twitter.com/PJBucAjskj
— ANI (@ANI) July 1, 2025
प्रियंक खरगे ने पहली बार ऐसी बात नहीं कही है। 2023 में उन्होंने कहा था कि अगर कोई संगठन कर्नाटक में सांप्रदायिक माहौल खराब और शांति भंग करने की कोशिश करेगा, तो उस पर बैन लगाने के बारे में सरकार कोई संकोच नहीं करेगी। इस बार प्रियंक खरगे ने बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या की तरफ से कांग्रेस आलाकमान के बारे में सवाल उठाए जाने के बाद पलटवार करते हुए पूछा था कि बीजेपी का हाईकमान कौन है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि बीजेपी के ज्यादातर कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम भी नहीं बता पाएंगे। प्रियंक खरगे ने आगे लिखा था कि जब हालात कठिन होते हैं, तो पीएम संसद की जगह आरएसएस को रिपोर्ट करने नागपुर जाते हैं। उन्होंने तेजस्वी सूर्या को चुनौती भी दी थी कि वो आवाज ऊंची करके कहें कि चुनाव जीतने के लिए आरएसएस की जरूरत नहीं है। मोदीजी और जेपी नड्डा ही हाईकमान हैं।
Teju,
In our party, the High Command isn’t a one-man show. It’s a structured, democratic leadership, not a personality cult. Roles are defined, decisions are deliberated and the system matters.
Now, let’s talk about your party.
Who is the BJP’s high command?Most of your… https://t.co/rcjS2Vu6w2
— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) June 30, 2025