News Room Post

TV Debate: ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’, कहने वाली प्रियंका ने दुमका की बेटी अंकिता की नृशंस हत्या पर नहीं जताई संवेदना भी?, BJP ने पूछा सवाल, तो तिलमिलाई कांग्रेस

नई दिल्ली। झारखंड के दुमका में 17 वर्षीय नाबालिग अंकिता को शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी शाहरुख और उसे पेट्रोल मुहैया कराने वाले छोटू खान को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। सीएम हेमंत सोरेन अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान कर चुके हैं। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई की जाएगी। बता दें कि बीते रविवार को अंकिता को पेट्रोल से छिड़ककर मौत के घाट उतारने वाले शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और आज उसके सहयोगी छोटू खान को भी सलाखों के पीछे भेज दिया गया है। छोटू पर आरोप है कि उसने शाहरुख को पेट्रोल मुहैया करवाया था। पुलिस अब दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर हिरासत में भेज चुकी है। इस बीच शाहरुख का वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वो अपनी बेशर्म हंसी दिखाता हुआ नजर आ रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शाहरुख अंकिता का पिछले तीन सालों से पीछा कर रहा था। उससे फोन पर बात करने की जिद्द कर रहा था। लेकिन अंकिता मना कर रही थी। जिसके बाद शाहरुख ने कहा कि अगर वो उससे बात नहीं करेगी, तो वो उसे मौत के घाट उतार देगा। और इसी बीच बीते 23 अगस्त को शाहरुख ने अंकिता को पेट्रोल से छिड़ककर मौत के घाट उतार दिया। लेकिन, अब इस पूरे मामले को लेकर हेमंत सोरेन सरकार सवालों के घेरे में आ चुकी है।

सवालों के घेरे में हेमंत सोरेन

अब सीएम हेमंत सोरेन अब इस मामले को लेकर बीजेपी के निशाने पर आ चुके हैं। बीजेपी के मुताबिक, हेमंत सोरेन ने रविवार तक उक्त मामले के संदर्भ में कोई भी ट्वीट नहीं किया था। इसके बाद बीजेपी के हमले उनके खिलाफ तेज हुए थे, जिसके बाद हेमंत ने अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपए की सहायता राशि व आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन, बीजेपी का आरोप है कि अगर सोरेन सरकार समय पर अंकिता के उपचार की दिशा में सक्रियता दिखाती तो आज उसकी जान बच सकती थी। लेकिन, जिस वक्त झारखंड की बेटी अंकिता चीख रही थी। उस वक्त सीएम सोरेन पिकनिक मना रहे थे। बता दें कि बीजेपी ने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा की थी, जिसमें एक तरफ हेमंत सोरेन पिकनिक बनाते हुए नजर आ रहे थे, तो वहीं दूसरी तरफ झारखंड की बेटी अंकिता जिंदगी और मौत से जूझती हुई नजर आ रही थी। उधर, हेमंत सरकार पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

टीवी डिबेट में उठा मुद्दा

आपको बता दें कि आज इस पूरे मामले को लेकर एबीवीपी डिबेट में एंकर रुबिका लियाकत के शो में आज इस मुद्दे को लेकर डिबेट की गई थी। जिसमें कांग्रेस और बीजेपी का पक्ष रखने के लिए नेता शामिल हुए थे। डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता केके शर्मा ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को भी आड़े हाथों लिया है। शर्मा ने प्रियंका का जिक्र कर कहा कि वैसे तो ये कहते नहीं थकती नहीं है कि मैं लड़की हूं, लड़ सकती हूं, लेकिन आज जब उनके सहयोगी दल की सरकार में इस तरह की नृशंस वारदात को अंजाम दिया गया है, तो आज उनकी तरफ से कोई ट्वीट तक नहीं किया गया। इस पर कांग्रेस का पक्ष रखते हुए ओनिका मेहरेत्रा ने पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि अभी प्रियंका गांधी की तबीयत नासाज है। वे उपाचाराधीन की अवस्था में है। ऐसे में बीजेपी नेता की ओर से किया गई यह टिप्पणी निंदनीय है। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।

बीजेपी के मुताबिक, अभी तक उक्त मामले के संदर्भ में प्रियंका गांधी की ओर से एक भी ट्वीट प्रकाश में नहीं आया है। जब किसी दूसरे राज्य में कोई वारदात होती है, तो प्रियंका झट से पहुंच जाती है, लेकिन आज जब झाऱखंड, जहां उनकी सहयोग दल की भी सरकार है, तो प्रियंका ने अभी तक कोई भी ट्वीट नहीं किया है। बता दें कि झारखंड में कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के गठबंधन की सरकार है। जिसके बाद अब कांग्रेस के नेता भी सवालों के घेरे में आ चुकी हैं। इस बीच डिबेट के दौरान रुबिका लियाकत की ओर से आरोपियों के खिलाफ त्वरित और कड़ी कार्रवाई करने की बात भी की गई है। हालांकि, अंकिता हत्याकांड में शामिल दोनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उधर, इस पूरे प्रकरण के प्रकाश में आने के बाद झारखंड में स्थिति तनावग्रस्त बनी हुई। राज्य में एहतियातन बरतते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है। सड़कों पर आम लोगों का आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। आक्रोशित लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और अंकिता के उपचार के दौरान बरती गई लापरवाही को लेकर हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ अपना रोष भी जाहिर कर रहे हैं।

सोरेन सरकार में शामिल स्वास्थ्य मंत्री ने खुद मीडिया से बातचीत के दौरान अपनी चूक स्वीकार की है। दरअसल, बीजेपी का कहना है कि अंकिता की जान बचाई जा सकती थी। लेकिन उसके उपचार के दौरान गंभीरता नहीं बरती गई। बता दें कि पहले अंकिता को प्राथमिक उपचार के लिए दुमका के ही अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन जब वहां भी उसकी हालत में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं हुआ तो उसे रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन अफसोस कई दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझती रही अंकिता ने आखिरकार दम तोड़ दिया। हालांकि, अस्पताल में उपचाराधीन रहने के दौरान उसने पुलिस को दर्ज कराए अपने बयान में अपनी साथ हुई क्रूरता का जिक्र किया था और पुलिस से गुहार लगाई थी कि आरोपी शाहरुख को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उधर, आक्रोशित लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है आर वे आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, अब इस मामले में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इसका सभी को इंतजार रहेगा और अंकिता को कब तक इंसाफ मिल पाता है। इसका सभी को इंतजार रहेगा।

Exit mobile version