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राफेल पर मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में बुरे फंसे राहुल, जनता ने सिखाया ऐसे सबक

नई दिल्ली। सीमा विवाद के बीच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप भारत पहुंच गई हैं। हरियाणा के अंबाला एयरबेस में बुधवार को राफेल विमान लैंड हुए, जहां उनका स्वागत वाटर सैल्यूट के साथ किया गया। अब इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायुसेना को बधाई दी है। हालांकि राहुल गांधी ने राफेल विमान को लेकर मोदी सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं।

राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘भारतीय वायुसेना को राफेल के लिए बधाई। हालांकि सरकार बताए कि 526 करोड़ का एयर क्राफ्ट 1670 करोड़ रुपये का कैसे हुआ? 126 की जगह 36 राफेल विमान क्यों खरीदे गए। HAL की जगह दिवालिया अनिल अंबानी को क्यों ठेका दिया गया?।’

 

वहीं राफेल विमान को लेकर मोदी सरकार को घेरने के चक्कर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुद घिर गए। लोगों ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए करारा जवाब दिया।

राफेल के भारत पहुंचने पर पीएम मोदी का आया पहला रिएक्शन, संस्कृत में ट्वीट करते हुए लिखा ये बड़ा संदेश

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राफेल लड़ाकू विमानों के पहले सेट के भारत पहुंचने पर ट्वीट कर अपनी भावनाओं का इजहार किया। पीएम मोदी ने राफेल की लैंडिंग का वीडियो ट्वीट करते हुए राष्ट्र रक्षा पर संस्कृत भाषा में एक श्लोक ट्वीट किया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी इसे रीट्वीट किया है।


दिलचस्प बात यह है कि भाजपा ने अंग्रेजी में एक अतिरिक्त वक्तव्य के साथ उसी संस्कृत वाक्यांश का उपयोग किया है, जिसमें लिखा है, ए टेरर फ्री रिसर्जेंट इंडिया। पीएम मोदी ने संस्कृत में ट्वीट करते हुए लिखा, राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, ²ष्टो नैव च नैव च। नभ: स्पृशं दीप्तम..स्वागतम!
संस्कृत के इस श्लोक का अर्थ है- राष्ट्र रक्षा जैसा न कोई पुण्य है, न कोई व्रत और न ही कोई यज्ञ। इसमें देश के रक्षा के महत्व को बताया गया है।

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