नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पीवी नरसिम्हा राव का आज(28 जून) जन्मदिन है। इस मौके पर पीएम मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी एक छवि स्वाभाविक राजनेता के रूप में होती है। वो एक बड़े ज्ञाता और कई भाषाओं के जानकार थे।
राहुल गांधी ने क्या लिखा
नरसिम्हा राव के जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर जहां तमाम दिग्गज नेता ने उन्हें श्रद्धाजंलि दे रहे थे तो वहीं राहुल गांधी ने भी फेसबुक पर एक लाइन में पोस्ट कर उन्हें याद किया। कांग्रेस के दिग्गज नेता होने के नाते नरसिम्हा राव के जन्मदिन पर राहुल गांधी द्वारा किया गया एक लाइन का पोस्ट लोगों को असहज लग रहा है। इसके पीछे लोग गांधी परिवार और नरसिम्हा राव के बीच के रिश्तों में असहजता को कारण बता रहे है। राहुल ने अपनी पोस्ट में एक फोटो के साथ लिखा, “पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और प्रधान मंत्री, पी वी नरसिम्हा राव जी को उनकी जयंती पर मेरी तरफ से श्रद्धांजलि।”
नरसिम्हा राव-सोनिया गांधी के संबंध ठीक नहीं रहे
बता दें कि नरसिम्हा राव के संबंध कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कभी उतने ठीक नहीं रहे हैं। यहां तक कि कांग्रेस के इस समय के कई बड़े नेता नरसिम्हा राव के पीएम होते हुए बाबरी मस्जिद गिराए जाने की घटना को ‘दुर्भाग्य’ के नजरिए से देखते हैं। यहां तक कि, आर्थिक सुधारों को लेकर नरसिम्हा राव को कम लेकिन उनकी सरकार में वित्त मंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह को ज्यादा श्रेय देने की कोशिश की जाती रही है।
राहुल के इस पोस्ट पर लोगों ने सवाल भी खड़े किये। जितेंद्र कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि, ‘ये वही है न जिनका शव तक कांग्रेस कार्यालय में तक नहीं रखने दिया था तुम्हारे खानदान ने।’
मनोज शुक्ला ने लिखा कि, ”कांग्रेस पार्टी राष्ट्र निर्माता पीवी नरसिम्हा राव के लिए भारत रत्न की मांग क्यों नहीं करती है ? कार्तिक ने लिखा कि, ‘लोग नहीं भूलेंगे कि नरसिम्हा राव की मौत के बाद क्या हुआ था..कैसे पार्टी के मुख्यालय में उनके शरीर को अंदर नहीं जाने दिया गया।’
कांग्रेस की तरफ से ट्वीट में लिखा गया..
कांग्रेस की तरफ से ट्वीट में नरसिम्हा राव को लेकर कहा गया है, ‘एक दूरदर्शी नेता जिसने भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ा सुधार किया, का सम्मान करते हैं। देश के लिए उनके किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है।’
संक्षिप्त परिचय
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव का जन्म 28 जून साल 1921 को तेलंगाना के वारंगल जिले में हुआ था। अंग्रेजों के जमाने में ये जगह हैदराबाद स्टेट में आती थी। नरसिम्हा राव 17 भाषाएं बोल सकते थे। इनमें से 9 भारतीय और 8 विदेशी भाषाएं थीं। नरसिम्हा राव को ‘Father of Indian Economic Reforms’ यानी ‘भारत के आर्थिक सुधारों का जनक’ कहा जाता है।