नई दिल्ली। केरल में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक के समापन अवसर पर अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कोलकाता डाक्टर हत्याकांड, समान नागरिक संहिता (यूसीसी) समेत जातिगत जनगणना पर भी बात की। सुनील आंबेकर ने कहा कि जातिगत जनगणना एक बेहद ही संवेदनशीन मुद्दा है और इसका इस्तेमाल चुनाव प्रचार और चुनावी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि कल्याणकारी उद्देश्यों जैसे दलित समुदाय की सटीक संख्या जानने के लिए सरकार उनकी संख्या की गणना कर सकती है। आंबेकर ने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर हम समाज की एकता और अखंडता के बारे में बेहद चिंतित हैं। इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, हम इसे जन स्तर तक ले जाएंगे।
Kerala: Sunil Ambekar, Akhil Bharatiya Prachar Pramukh of the RSS, says, "One very important issue discussed in the three-day Bhaithak was the very unfortunate incident in Bengal…Everyone expressed concern about it. They also narrated similar incidents from different states,… pic.twitter.com/oWqxq77dIS
— IANS (@ians_india) September 2, 2024
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने कहा कि तीन दिवसीय बैठक में चर्चा का एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा बंगाल में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। सभी ने इस पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने विभिन्न राज्यों की ऐसी ही घटनाओं के बारे में भी बताया, इन घटनाओं की गंभीरता, इस तरह की घटनाओं के बढ़ने के कारणों और सरकार तथा सरकारी तंत्र एवं इसमें कानून की भूमिका पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को इस तरह की घटनाओं को रोकने लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
Kerala: Sunil Ambekar, Akhil Bharatiya Prachar Pramukh of the RSS, says, "No, I think UCC model is already in the public and before they adopted the UCC in Uttarakhand, they put it in the public domain. So I think more than 2 lakh applications they received and they discussed on… pic.twitter.com/J9HfneUHEA
— IANS (@ians_india) September 2, 2024
आरएसएस का कहना है, उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को अपनाने से पहले, उन्होंने इसे सार्वजनिक डोमेन में डाल दिया था, उन्होंने इस पर चर्चा की और इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें 2 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए। अब जनता को इसका अनुभव है, फिर हम इस पर चर्चा कर सकते हैं। सुनील आंबेकर ने बताया कि बैठक में वक्फ बोर्ड से जुड़े संशोधन के मसले पर भी चर्चा हुई है। इस संबंध में मुस्लिम समाज ने आपत्ति जताई है इसलिए इस विषय पर बड़े स्तर पर चर्चा की जा रही है।