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Vijayadashami: RSS चाहता है जनसंख्या नियंत्रण नीति, विजयादशमी कार्यक्रम में मोहन भागवत बोले- किसी को न मिले छूट

mohan bhagwat at vijayadashami programme

नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS का आज स्थापना दिवस है। स्थापना दिवस के अवसर पर संघ के मुख्यालय नागपुर में हर साल की तरह कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने संबोधित किया। अपने संबोधन में मोहन भागवत ने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जनसंख्या को संसाधनों की जरूरत होती है। अगर बिना संसाधन के जनसंख्या बढ़ती है, तो ये एक बोझ बन जाती है। जनसंख्या को संपत्ति भी माना जाता है। मोहन भागवत ने कहा कि हमें दोनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सभी के लिए जनसंख्या नीति पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने ये भी कहा कि जनसंख्या पर नीति बने, तो उसमें किसी को भी छूट नहीं दी जानी चाहिए।

1925 में विजयादशमी के दिन स्थापित संघ के इस बार स्थापना कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि शक्ति ही शांति का आधार है। उन्होंने कहा कि आज आत्मनिर्भर भारत की हर तरफ आहट है। दुनिया में हमारी बात सुनी जाती है। देश की साख बढ़ी है। हमने श्रीलंका की मदद की। रूस और यूक्रेन के युद्ध में हमारे रुख से पता चलता है कि हमें सुना जा रहा है। मोहन भागवत ने कहा कि आत्मा से ही आत्मनिर्भरता आती है। उन्होंने अंग्रेजी जानने से करियर की बेहतरी की बातों को मिथक भी बताया। संघ प्रमुख ने कहा कि नई शिक्षा नीति से छात्र उच्च संस्कारी और अच्छे इंसान बनें। वो देशभक्ति से प्रेरित हों। यही सबकी इच्छा है और समाज को इसका समर्थन करने की बहुत जरूरत है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं के बिना देश का विकास संभव नहीं है। मोहन भागवत ने कहा कि जो काम पुरुष नहीं कर सकते, वो मातृशक्ति कर सकती है। ऐसे में महिलाओं को प्रबुद्ध बनाना, सशक्त करना, उनको काम की आजादी देना और काम में बराबरी का हिस्सा देना जरूरी है। बता दें कि अपनी स्थापना के बाद पहली बार आरएसएस ने अपने विजयादशमी कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर महिला को मंच पर जगह दी। संघ के कार्यक्रम में दो बार एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाली संतोष यादव चीफ गेस्ट थीं।

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