नई दिल्ली। वाराणसी का ज्ञानवापी मस्जिद मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां हिंदू पक्ष के सर्वे में शिवलिंग मिलने के बाद से भूचाल सा आ गया है, मुस्लिम पक्ष ने शिवलिंग होने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया। वहीं दूसरी ओर इस मामले में जमकर सियासत बयानबाजी में खूब हो रही है। तमाम दलों के नेता इस मसले पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है और जमकर राजनीतिक रोटियां भी सेंक रहे है। इसी बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) ने एक बार फिर ज्ञानवापी मामले पर अपना जहर उगला है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने ज्ञानवापी केस वाराणसी की जिला अदालत को ट्रांसफर कर दिया है। सर्वोच्च अदालत ने शुक्रवार को आदेश दिया कि कोई अनुभवी और वरिष्ठ जज इस मामले की सुनवाई करेंगे।
रविवार को शफीकुर्रहमान बर्क ने दावा किया कि वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोई ‘शिवलिंग’ नहीं है। सपा सांसद बर्क ने कहा कि बाबरी मस्जिद हमसे छीन ली गई और इसके स्थान पर राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कर दिया। यह अन्याय कम नहीं थी, लेकिन अब ज्ञानवापी मस्जिद का मामला सामने है। इसके अलावा बर्क ने कहा कि अगर आप इतिहास की पड़ताल करेंगे तो पाएंगे कि वहां कोई शिवलिंग नहीं था। ये सब लोगों को भावनात्मक रूप से बरगलाने के लिए किया जा रहा है जिससे कि 2024 के लोकसभा चुनाव में ध्रुवीकरण का लाभ लिया जा सके। बताते चले कि शफीकुर्रहमान बर्क ने रविवार को सपा विधानमंडल दल की बैठक में शामिल होने लखनऊ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए ये बयान दिया।
बता दें कि इससे पहले शफीकुर्रहमान बर्क जब पत्रकार ने सवाल पूछा था तो उन्होंने भड़काऊ बयान देते हुए कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद पर कब्जा हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर ज्ञानवापी को सील किया जाएगा तो कई जाने कुर्बान जाएंगी।