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जनता कर्फ्यू के बीच शाहीन बाग में प्रदर्शन पर अड़े लोग, पेट्रोल बम से हमले की खबर फैली

Shaheen bag janta curfew

नई दिल्ली। एक तरफ जहां पूरा देश आज कोरोनावायरस की चपेट में आने से बचने के लिए जनता कर्फ्यू का पालन कर रहा है वहीं शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी सरकार के फैसले को धता बताकर अभी भी धरना देने के लिए धरनास्थल पर बैठे हैं। देश जहां इस महामारी से लड़ने में लगा है वहीं प्रदर्शनकारी अभी भी अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठने की बात पहले ही कह चुके हैं।

ऐसे में खबर आ रही है कि शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों पर हमले की कोशिश हुई? सीएए के खिलाफ प्रदर्शन पर बैठे लोगों ने आज ऐसा आरोप लगाया है। रविवार को उस बंद सड़क पर पेट्रोल बम से हमले की कोशिश होने की बात कही गई है। तस्वीरें भी आई हैं, जिसमें वहां आग लगी हुई है। कोरोना वायरस के खौफ के बावजूद लोगों ने शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है। आज जनता कर्फ्यू के बावजूद ये लोग सड़कों पर डटे हुए हैं।

प्रदर्शन में शामिल एक शख्स कोरोना पॉजेटिव

शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ जारी प्रदर्शन से जुड़े एक प्रदर्शनकारी में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। जहांगीरपुरी निवासी इस शख्स की बहन इसी महीने सऊदी अरब से आई है, जो संक्रमित पाई गई है। प्रदर्शनकारी तक संक्रमण उसकी बहन से ही फैला है।

यह प्रदर्शनकारी सीएए के खिलाफ पिछले दिनों शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में शामिल हुआ था। व्यक्ति के मुताबिक, वह 9 फरवरी के बाद दोबारा कभी शाहीनबाग नहीं गया।

जामिया प्रदर्शन स्थल पर भी फायरिंग का आरोप

जामिया प्रदर्शन स्थल पर भी फायरिंग का आरोप जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में मौजूद कुछ लोगों ने दावा किया है गेट नंबर 7 पर स्थित प्रोटेस्ट साइट पर कुछ लोगों ने फायरिंग कर के पेट्रोल बम फेंका है। प्रोटेस्ट साइट पर अभी भी कांच के टुकड़े पड़े हुए हैं। चश्मदीदों ने बताया कि फायरिंग की आवाज़ सुनी गई, जब वे वहां आए देखा तो उन्होंने फायरिंग का धुआं देखा। दो लोग पल्सर बाइक से आए थे। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि जामिया प्रदर्शन स्थल पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।

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