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Shashi Tharoor: शशि थरूर ने कांग्रेस के नेताओं को बताया ‘कट्टरपंथी’!, जानिए आखिर क्या है मसला?

Shashi Tharoor: इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने शशि थरूर को एक्स पर टैग करते हुए लिखा था कि आप कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को ये कहकर कैसे बदनाम कर सकते हैं कि पीएम मोदी से पहले भारत ने कभी भी एलओसी और सीमा पार नहीं की। उदित राज ने 1965 और 1971 की जंग का हवाला देते हुए लिखा था कि यूपीए सरकार के दौरान भी पाकिस्तान पर कई सर्जिकल स्ट्राइक हुईं, लेकिन इनका राजनीतिक रूप से ढोल नहीं पीटा गया।

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बिना नाम लिए कांग्रेस के उन नेताओं पर निशाना साधा है, जिन्होंने शशि थरूर के उस बयान की निंदा की थी कि पहले की सरकारों ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया। कांग्रेस के इन नेताओं में राष्ट्रीय प्रवक्ता उदित राज भी थे। शशि थरूर ने उन पर हमला बोलने वालों को कट्टरपंथी करार दिया है।

शशि थरूर ने एक्स पर पोस्ट में लिखा है कि आधी रात को पनामा से निकलना है। इस वजह से मेरे पास समय नहीं है। कांग्रेस सांसद ने लिखा कि फिर भी उन कट्टरपंथियों के लिए जो नियंत्रण रेखा के पार भारतीय वीरता के बारे में मेरी कथित अज्ञानता से भड़के हुए हैं, पिछले युद्धों के बारे में नहीं, हाल के वर्षों में हुए कई हमलों का संदर्भ दिया था। शशि थरूर ने लिखा है कि हमेशा की तरह आलोचकों और ट्रोल्स को मेरे विचारों और शब्दों को विकृत करने का स्वागत है। उन्होंने ये भी लिखा है कि मेरे पास हकीकत में बेहतर काम है।

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने शशि थरूर को एक्स पर टैग करते हुए लिखा था कि आप कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास को ये कहकर कैसे बदनाम कर सकते हैं कि पीएम मोदी से पहले भारत ने कभी भी एलओसी और सीमा पार नहीं की। उदित राज ने 1965 और 1971 की जंग का हवाला देते हुए लिखा था कि यूपीए सरकार के दौरान भी पाकिस्तान पर कई सर्जिकल स्ट्राइक हुईं, लेकिन इनका राजनीतिक रूप से ढोल नहीं पीटा गया। उदित राज ने आगे लिखा था कि जिस पार्टी ने आपको इतना कुछ दिया, उसके प्रति आप इतने बेईमान कैसे हो सकते हैं? इस बयान को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शेयर भी किया था। उदित राज के इसी बयान पर शशि थरूर ने नाम लिए बगैर अपने बयान के संबंध में सवाल उठाने पर कट्टरपंथी कह दिया है। दरअसल, शशि थरूर पर कांग्रेस के नेता पिछले कुछ समय से मोदी सरकार के पक्ष में बोलने का आरोप लगा रहे हैं। यहां तक कि मोदी सरकार ने जब विदेश भेजे गए प्रतिनिधिमंडलों में से एक का नेतृत्व शशि थरूर को दिया, तो उस पर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए थे।

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