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Uttar Pradesh: दिल्ली में बेनकाब हो चुके केजरीवाल, यूपी में चुनाव जीतने को लेकर देख रहे मुंगेरीलाल के हसीन सपने: सिद्धार्थ नाथ

Uttar Pradesh: कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह (Siddharth Nath Singh) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी आदत है भ्रमित करने की। वह दिल्ली में बेनकाब हो चुके हैं, उप्र में उनकी दाल गलने से रही। उन्होंने कहा कि आपने सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना महामारी के दौरान पूर्वांचल के लाखों लोगों का जो अपमान किया था, उसका जवाब देना चाहिए।

Sidharth Nath Singh

लखनऊ। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी आदत है भ्रमित करने की। वह दिल्ली में बेनकाब हो चुके हैं, उप्र में उनकी दाल गलने से रही। उन्होंने कहा कि आपने सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना महामारी के दौरान पूर्वांचल के लाखों लोगों का जो अपमान किया था, उसका जवाब देना चाहिए। दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार पर जो टिप्पणी की थी, उसका जवाब देना चाहिए। आपने कितने लोगों को रोजगार दिए? आपने कितने अस्पताल, मेडिकल कॉलेज बनाए, कितने एम्स जोड़े यह आपको बताना चाहिए।

राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ मंगलवार को यहां मीडिया सेंटर में पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि एक मशहूर कहावत है मुंगेरीलाल के हसीन सपने। अब 2022 के बाद इस मुहावरे को बदला जाएगा, केजरीवाल के हसीन सपने। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीएम को डिंगे मारने की आदत है। दिल्ली के सीएम ने कहा कि ‘दिल्ली में कोविड मैनेजमेंट और सुशासन के कारण यूपी की जनता यह कह रही है कि आप आईए, यूपी को संभालिए’। अब मुंगेरीलाल के सपने को भी नहीं रोका जा सकता।

उन्होंने कहा कि हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने कोविड मैनेजमेंट को लेकर दिल्ली सरकार पर टिप्पणी की थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि जब कोविड का मामला बढ़ रहा था, तब आप क्यों नहीं जागे? यह दिल्ली सरकार पर टिप्पणी है, जिसकी दिल्ली के सीएम दुहाई दे रहे हैं। हाईकोर्ट ने ही कहा था कि पिछले 18 दिनों में जिन लोगों ने अपने परिवार को खोया है क्या वह उन्हें इसका जवाब दे पाएगी कि जब मामले बढ़ रहे थे, तब प्रशासन ने कदम क्यों नहीं उठाया? इसका जवाब केजरीवाल को देना चाहिए, क्योंकि वह कोविड मैनेजमेंट के बारे में कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दिल्ली की दो करोड़ की आबादी है, लेकिन यूपी की 24 करोड़ की आबादी है। हमारा क्षेत्रफल भी बहुत बड़ा है, लेकिन जब संख्या में हम देखते हैं, तो दिल्ली में दो करोड़ की तुलना में छह लाख आठ हजार कोरोना संक्रमित हैं और यूपी में 24 करोड़ की तुलना में पांच लाख 66 हजार हैं। प्रतिशत निकालकर आम आदमी पार्टी जवाब दे। उन्होंने कहा कि यूपी में दो करोड़ टेस्ट हुए हैं और दिल्ली में अभी तक 72 लाख ही पहुंचे हैं। आप पूरे दिल्ली की आबादी के बराबर ही कर लेते। फिर भी आप कह रहे हैं हमारा कोविड मैनेजमेंट बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि हमने यूपी में दो एम्स जोड़े हैं। आपने कितने जोड़े हैं, उसी का जवाब दे दीजिए। एक एम्स जो पुराना है, आप उसी को संभाल नहीं पा रहे हैं। यूपी सरकार ने पिछले चार साल में 52 नए मेडिकल जोड़े हैं, आपने कितने जोड़े हैं?

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार लाख युवाओं को सीधा रोजगार दिया है और सवा करोड़ लोगों को स्वावलंबी बनाया है। आपके यहां 45 फीसदी बेरोजगारी है। दिल्ली में एक हजार प्राईमरी स्कूल हैं। जबकि यूपी में एक लाख 35 हजार हैं और 50 हजार स्कूलों को कायाकल्प योजना के तहत बदला गया है। गांवों में जनता बता देगी। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कहा कि मेडिकल कॉलेज, एम्स और बेरोजगारी के बारे में जवाब दीजिए। हम बहस के लिए तैयार हैं। यूपी की जनता चालाक है आपके छलावे में आने से रही। लगता है 2014 का हश्र आप भूल गए। बेहतर हो उसे याद कर लें।

अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि पूर्वांचलियों पर आपने जो टिप्पणी की थी, उसके लिए आपने अभी तक माफी भी नहीं मांगी है। आपने कहा था, ‘पांच सौ रुपए के टिकट पर पूर्वांचली आते हैं और फ्री में पांच लाख का ईलाज कराकर चले जाते हैं। इसलिए हम लोग दिल्ली में कोविड की लड़ाई इन पूर्वांचलियों के कारण जीत नहीं पा रहे हैं।’ ये पूर्वांचली विशेषकर उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग हैं।

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