मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी में शामिल उद्धव गुट की शिवसेना-यूबीटी और एनसीपी के रिश्तों में गर्माहट कम और तनातनी ज्यादा दिखने लगी है। बीते दिनों उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा था कि जब तक मन होगा हम महाविकास अघाड़ी में रहेंगे। इसके बाद अपने म पर महाराष्ट्र में भगवा फहराएंगे। संजय राउत के इसी बयान के बाद अब एनसीपी के कद्दावर नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने पलटवार किया है। अजित पवार ने रविवार को कहा कि जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार थी, तो उनको लगता था कि महाविकास अघाड़ी के घटक दल 25 साल तक साथ रहेंगे। अब वो (उद्धव गुट) खुद की सरकार लाना चाहते हैं।
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— Lokshahi Marathi (@LokshahiMarathi) June 18, 2023
अजित पवाल ने महाविकास अघाड़ी बनने के बारे में भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि हम इसलिए एक साथ आए, क्योंकि अगर ऐसा न करते, तो बीजेपी और शिवसेना के शिंदे गुट से नहीं लड़ सकते थे। अजित पवार ने कहा कि हर किसी को अपनी पार्टी को आगे ले जाने का हक है। हमको कुछ कहना नहीं है। अजित पवार ने तंज कसते हुए कहा कि उन सबको शुभकामनाएं। अपनी पार्टी एनसीपी के बारे में अजित पवार का कहना था कि हम लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
अजित पवार और संजय राउत के बीच बयानों का वार-पलटवार कोई नया नहीं है। इससे पहले भी महाराष्ट्र की सियासत और महाविकास अघाड़ी को लेकर दोनों के बीच टकराव देखने को मिला है। संजय राउत ने सामना अखबार में अजित पवार को एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष न बनाए जाने पर संपादकीय भी छापा। इसके अलावा संजय राउत ने पूछा था कि बीजेपी अब एनसीपी को तोड़ने वाली है और अजित पवार बताएं कि ये सच है या नहीं। इस पर अजित पवार ने पलटवार किया था और कहा था कि कुछ लोग दूसरे दलों में हैं, लेकिन एनसीपी के प्रवक्ता बने घूम रहे हैं। इसके बाद संजय राउत ने कहा था कि सामना में वो लिखते रहेंगे और किसी के बाप से नहीं डरते। वहीं, अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये पूछते हुए तंज कसा था कि संजय राउत कौन हैं?