नई दिल्ली। कथित शराब घोटाला में घिरे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए आज का दिन अहम है। ईडी की ओर से गिरफ्तार किए जाने के खिलाफ अरविंद केजरीवाल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाने वाला है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच आज अरविंद केजरीवाल की अर्जी पर फैसला सुनाएगी। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट के 9 अप्रैल के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसमें उनकी गिरफ्तारी को सही बताया गया था।
दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की ईडी के हाथ गिरफ्तारी को गैरकानूनी नहीं माना था और कहा था कि कई बार समन भेजे जाने के बाद भी वो पेश नहीं हुए और जांच में भी शामिल नहीं हुए। ऐसे में जांच एजेंसी के पास कम विकल्प थे। अरविंद केजरीवाल ने इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की अर्जी पर 15 अप्रैल को ईडी से जवाब मांगा था। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 17 मई को अरविंद केजरीवाल की अर्जी पर फैसला सुरक्षित रखा था। ईडी ने अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इस बीच, 20 जून को राउज एवेन्यू कोर्ट से अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने पहले 21 जून को स्टे दिया और फिर 25 जून को जमानत पर रोक लगा दी।
ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को किंगपिन यानी मुख्य साजिशकर्ता बताया है। ईडी ने ट्रायल कोर्ट में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दी है। अरविंद केजरीवाल के बारे में ईडी का दावा है कि साउथ कार्टेल से जो 100 करोड़ रुपए घूस की रकम मिली, उसका हिस्सा गोवा विधानसभा चुनाव में खर्च कराने के लिए भेजने वाले विनोद चौहान से उनकी करीबी है। साथ ही ईडी का कहना है कि वादा माफ गवाहों ने भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गवाही दी है। वहीं, अरविंद केजरीवाल लगातार कह रहे हैं कि कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है। अरविंद केजरीवाल का ये भी कहना है कि उनको राजनीतिक साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, आज अगर अरविंद केजरीवाल के पक्ष में भी सुप्रीम कोर्ट का फैसला आता है, तो भी उनका तिहाड़ जेल से निकलना मुश्किल है, क्योंकि पिछले दिनों सीबीआई भी उनको गिरफ्तार कर चुकी है। जिसके खिलाफ अरविंद केजरीवाल की एक और अर्जी पर सुनवाई चल रही है।