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Amravati Murder Case: उमेश कोल्हे मर्डर केस में तब्लीगी जमात के सदस्यों का हाथ, NIA का बड़ा खुलासा, नुपुर शर्मा का किया था समर्थन!

Amravati Murder Case: जून महीने में कई हत्याएं भी देखने को मिली। जून महीने में हुए अमरावती में मेडिकल स्टोर चलाने वाले उमेश कोल्हे को भी मौत के घाट उतार दिया गया था। जिस वक्त उनपर हमला हुआ वो अपना मेडिकल स्टोर बंद करके स्कूटर से घर लौट रहे थे लेकिन तभी हमलावरों ने उन्हें रास्ते में ही ढेर कर दिया।

Amravati Pharmacist Murder Case

नई दिल्ली। इस साल एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी के बाद भाजपा से बेदखल हुई नूपुर शर्मा के बयान को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हुआ। इस मामले को लेकर देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन भी देखने को मिले। इस बीच एक नारा जो चर्चा में रहा वो था ‘गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा’…हर टीवी, अखबार, सोशल मीडिया ये बात आपने जरूर सुनी होगी। जून महीने में कई हत्याएं भी देखने को मिली। जून महीने में हुए अमरावती में मेडिकल स्टोर चलाने वाले उमेश कोल्हे को भी मौत के घाट उतार दिया गया था। जिस वक्त उनपर हमला हुआ वो अपना मेडिकल स्टोर बंद करके स्कूटर से घर लौट रहे थे लेकिन तभी हमलावरों ने उन्हें रास्ते में ही ढेर कर दिया।

अब उमेश कोल्हे हत्याकांड (Umesh Kolhe Murder) में बड़ा खुलासा हुआ है। महाराष्ट्र में हुए इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे का मर्डर कट्टरपंथी लोगों द्वारा किया गया जो कि तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) के सदस्य थे।

कैसे हुई थी हत्या 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपने आरोपपत्र में कहा, ‘जांच में ये बात सामने आई है कि उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की हत्या तब्लीगी जमात (Tablighi Jamaat) के कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने कथित रूप से धार्मिक भावनाओं को आहत करने, विभिन्न जातियों और धर्मों-विशेष रूप से भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दुश्मनी, दुर्भावना और नफरत को बढ़ावा देने के इरादे से की’।

कोल्हे ने किया था नुपुर शर्मा का समर्थन

एक टीवी डिबेट के दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक विवादित बयान दे दिया था। इस बयान के सामने आने के बाद से ही देश में विरोध-प्रदर्शन होने लगे थे। बीजेपी ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए नूपुर शर्मा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कहा गया था कि उमेश कोल्हे की हत्या का नाता नूपुर शर्मा से जुड़ा हुआ है। कथित तौर पर कोल्ह ने नूपुर शर्मा का समर्थन किया था इसी वजह से उन्हें मौत के घाट उतारा गया।

आपको बता दें, इस मामले में एनआईए (NIA) ने विशेष अदालत के सामने 11 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। पहले से ही इन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इन गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 120बी, 302, 341, 153ए, 201 और 506 के तहत केस दर्ज हुआ है।

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