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मोदी सरकार के प्रयासों का दिख रहा असर, लौट रहे इकोनॉमी के अच्‍छे दिन

नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के लगातार किए जा रहे प्रयासों का नतीजा है कि धीरे-धीरे ही सही भारतीय अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटती नजर आ रही है। भारत की आर्थिक विकास दर चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बढ़कर 4.7 फीसदी हो गई। आर्थिक मोर्चे पर सुस्‍ती की वजह से विपक्ष की आलोचना झेल रही मोदी सरकार को मामूली राहत मिली है।

इससे पहले दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर 4.5 फीसदी दर्ज की गई थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी वृद्धि दर पिछली तिमाही से बढ़कर 4.7 फीसदी हो गई।

ये आधिकारिक आंकड़े वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही (सितंबर-दिसंबर) के हैं। ताजा आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट सुधर कर 4.7 फीसदी पर आ गई है।

इसके अलावा 2019-20 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट को संशोधित कर 5.6 फीसदी और दूसरी तिमाही के लिए 5.1 फीसदी कर दिया गया है। संशोधन के बाद अगर देखें तो जीडीपी ग्रोथ रेट में गिरावट आई है।

जीडीपी ग्रोथ रेट के ताजा आंकड़े ऐसे समय में आए हैं जब दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से मंदी जैसा माहौल है। यही वजह है कि तमाम एजेंसियां ये अनुमान लगा रही थीं कि दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। इसके उलट जीडीपी ग्रोथ रेट में सुधार हुआ है। ये लगातार 6 तिमाही बाद है जब जीडीपी ग्रोथ में तेजी आई है। हालांकि, कोरोना वायरस के संकट से देश की इकोनॉमी अब भी अछूती नहीं है।

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