नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद अभी कब तक चलेगा। कह पाना फिलहाल तो मुश्किल है। हालांकि, बीते दिनों वाराणसी कोर्ट में सुनवाई के दौरान अगली तारीख आगामी 4 जुलाई मुकर्रर की गई है, लेकिन देखने वाली बात यह है कि क्या इस दिन भी मामले में कोई अंतिम फैसला आ पाता है या नहीं या फिर से कोई नई तारीख मुकर्रर होती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही तय करेगा। लेकिन, इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है कि ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कराने का निर्देश देने वाले जज दीवाकर को जान से मारने की धमकी मिली है। बता दें कि बीते दिनों हुई सुनवाई में जज दीवाकर ने सच्चाई को उजागर करने हेतु मस्जिद का सर्वे कराने का निर्देंश दिया था, लेकिन अब इन्हें जान से मारने की खबर सामने आई है।
बताया जा रहा है कि इस्लामिक आजाद मूवमेंट नामक संस्था ने जिला जज को जान से मारने की धमकी दी है। इस संदर्भ में गृह सचिव को जानकारी साझा कर दी गई है। बहरहाल ,मामले की जांच डीसीपी वरूणा खुद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस पूरे मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं और जल्द से आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति धरातल पर उतारे जाने से पहले ही उसे विफल किया जा सकें।
बता दें कि जज दीवाकर को धमकीभरे लेटर में लिखा गया है कि अब हम भी खड़े होंग। किसी भी आवाज को दबने नहीं देंगे। पत्र में जज के लिए आपत्तिजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया गया है ।उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है। पत्र में इस्तेमाल किए शब्दों से यह साफ जाहिर होता है कि उक्त संगठन ज्ञानवापी विवादग में जिला जज की सुनवाई से खासा खफा है। बहरहाल, मामले की जांच जारी है। आरोपी की तलाश की जा रही है। बता दें कि दिनों ज्ञानवापी मस्जिद में का सर्वे के उपरांत कई ऐसे साक्ष्य प्राप्त हुए थे, जिमसें वहां मंदिर होने की पुष्टि होती है, लेकिन अब इस पूरे मसले में निर्णायक फैसला कोर्ट ही सुनाएगी।