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Tarn Taran RPG Attack: पंजाब के तरनतारन में थाने पर आरपीजी हमले के तार कनाडा से जुड़े, इस आतंकी के जरिए पाक ने कराया हमला!

Tarn Taran RPG Attack

तरनतारन। पंजाब के तरनतारन में सरहाली थाने पर हुए रॉकेट प्रॉपेल्ड ग्रेनेज (आरपीजी) हमले के तार कनाडा तक पहुंच रहे हैं। हिंदी अखबार ‘दैनिक जागरण’ ने ये खबर दी है। अखबार के मुताबिक इस हमले के पीछे मास्टरमाइंड का नाम उजागर हो चुका है। उसका नाम लखबीर सिंह है। लखबीर सिंह खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) का आतंकी है। वो कनाडा में रहता है। आरपीजी अटैक की जांच एनआईए ने शुरू की है। अखबार के मुताबिक जांच में अहम सबूत भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने लखबीर को पंजाब में आतंकवाद एक बार फिर फैलाने का जिम्मा दिया है। उसी कड़ी में थाने पर आरपीजी अटैक हुआ।

अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तीन आरपीजी पंजाब में उतारे गए। अभी दो आरपीजी आतंकियों के पास हैं। ऐसे में और भी ऐसे हमले किए जाने की आशंका है। लखबीर सिंह ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के चीफ और फरार आतंकी लखबीर सिंह रोडे के साथ मिलकर तरनतारन में नेटवर्क बनाया।

वो युवाओं को बरगलाकर खालिस्तानी आतंकी बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहा है। शुक्रवार को इन्हीं में से कुछ लोगों ने रात 11 बजकर 22 मिनट पर सरहाली थाने पर आरपीजी अटैक किया था। जांच से पता चला है कि बिजली के खंबे का सहारा लेकर आरपीजी दागा गया। उसका निशाना भटका और थाने के गेट से टकराकर ग्रेनेड सांझ केंद्र की दीवार पर जा लगा। हमले के बाद आतंकी हरीके पत्तन इलाके की तरफ भाग निकले थे।

आरपीजी के हिस्सों को रविवार को गट्टा बादशाह गांव के पास विस्फोट से नष्ट किया गया। पंजाब पुलिस और एनआईए ने फॉरेंसिक टीम के साथ रविवार को थाने का दौरा कर सबूत जुटाए। मौके से आरपीजी का लॉन्चर भी बरामद किया गया है। इस मामले में पहले ही सरहाली थाने के प्रभारी को हटाया जा चुका है। इससे पहले मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया ब्यूरो के हेडक्वॉर्टर पर भी आरपीजी से हमला हो चुका है।

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