नई दिल्ली। बीते शुक्रवार जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में आतंकवादियों ने एक सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मारा गया ये शख्स निर्दलीय निर्वाचित हुआ था। इस घटना को लेकर अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने पट्टन इलाके के गोसबाग में मंजूर अहमद (Manzoor Ahmad) पर गोलियां बरसा दी थी। वहीं, जब उसे गंभीर रूप से घायल होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से ही एक बार फिर कश्मीर में आतंक का मामला गरमा गया था। मामले को अब राजनीतिक रंग भी दिया जाने लगा है। बारामूला जिले में आतंकवादियों द्वारा सरपंच की गोली मारकर की गई इस घटना को लेकर अब जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ट्विटर पर लोगों के निशाने पर आ गई है। अब आप सोच रहे होंगे की आखिर क्यों इस मामले पर लोगों का गुस्सा महबूबा मुफ्ती पर फूंटा है। तो जरा रुकिए हम आपको बताते हैं क्या है पूरा मामला…
दरअसल, मामला कुछ यूं है कि बारामूला में मंजूर अहमद की हत्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया था। इस घटना को लेकर ट्विटर पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने लिखा था, ‘टारगेट किलिंग को लेकर बेहद दुखी हूं। ऐसा लग रहा है कि कश्मीर में खून-खराबे का अंत होता नहीं दिख रहा है। फिर भी भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के प्रति अपना नजरिया बदलने को तैयार नहीं है।’
Deeply saddened to know about today’s targeted killing. Condolences to the family. There seems to be no end in sight to the bloodbath in Kashmir. Yet nothing seems to move GOI enough to change its approach towards J&K. https://t.co/IwGE5grZli
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) April 15, 2022
महबूबा मुफ्ती ने इस घटना को लेकर जिस तरह से केंद्र सरकार पर निशाना साधा वो लोगों को पसंद नहीं आया। अब लोग मुफ्ती को उनके इस ट्वीट के लिए निशाने पर ले रहे हैं। यूजर्स उन्हें उस समय की याद दिला रहे हैं जब पहले भी जम्मू-कश्मीर में दिन-दहाड़े हत्या की घटनाएं होती रहती थी। एक यूजर ने तो ये तक कह दिया कि उसके आंसू मगरमच्छ के हैं।
यहां देखें लोगों के किए रिएक्शन
Kitna bhi doodh pilao saap to?
— Vaibhav.! (@VibZ_PrincE) April 15, 2022
Aapki sarkar thi lakhs of pandits died didn’t it move you then ?? In 1990s wait wait sabka hisab hoga @AmitShah @narendramodi @rajnathsingh all are watching
— girish k (@Girish_kaliwada) April 15, 2022
Crocodile tears ?
— Ami???? (@Amitasmile) April 16, 2022
Why don’t you protest with your workers against terrorists ?
— Hindustani Journalist Vimal Mehra (@MrVVimalMehra) April 15, 2022
How many sarpanch got killed in past 20 years..killed by terrorist. Instead of blaming goi. Why don’t u ever abuse terrorists. Terrorist sympathisers boycotted ecetion and never came to vote for u..then why not say it open..what is stopping u mam
— Illusion (@karma060) April 15, 2022
गौरतलब है कि तीन दिनों में मंजूर अहमद दूसरे नागरिक हैं, जिन्हें आतंकियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतारा है। इससे पहले बुधवार को कुलगाम जिले में स्थानीय सतीश सिंह की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। अधिकारियों ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा था कि आतंकवादियों द्वारा आम नागरिकों पर हमले बीते दो हफ्ते में बढ़े हैं। फिलहाल पुलिस सरपंच की हत्या के मामले में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।