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Rajya Sabha Polls: राज्यसभा चुनाव में 3 राज्यों में कांग्रेस की राह में बीजेपी ने बिछाए कांटे, यहां होगा दिलचस्प मुकाबला

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नई दिल्ली। 10 जून को होने वाले राज्यसभा सीटों के चुनाव में तीन राज्यों हरियाणा, राजस्थान और कर्नाटक में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलने वाला है। तीनों राज्यों में बीजेपी ने कांग्रेस की राह में कांटे बिछाए हैं। इसकी वजह से कांग्रेस को अपने उम्मीदवार जिताने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालत ये है कि राजस्थान में तो सीएम अशोक गहलोत की प्रतिष्ठा और उनकी कुर्सी दोनों दांव पर लगी है। अगर यहां कांग्रेस का एक उम्मीदवार हारा, तो गहलोत के लिए सीएम की कुर्सी बचाना मुश्किल हो सकता है। तो एक-एक कर इन तीनों राज्यों में राज्यसभा सीटों का चुनावी गणित आपको बताते हैं।

पहले बात करते हैं हरियाणा की। यहां से मीडिया बैरन कार्तिकेय शर्मा ने कल निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर परचा दाखिल किया। वो कांग्रेस के पूर्व नेता विनोद शर्मा के बेटे हैं। उनको बीजेपी और उसकी सहयोगी जेजेपी का समर्थन मिला है। राज्य में हर उम्मीदवार को जीतने के लिए 31 वोट चाहिए। बीजेपी के पास 41 और जेजेपी के पास 10 विधायक हैं। बीजेपी से कृष्णलाल पंवार मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां से अजय माकन को उतारा है। उनको कांग्रेस के सारे वोट चाहिए। अगर एक भी विधायक ने क्रॉस वोटिंग की, तो उसका फायदा कार्तिकेय को हो जाएगा और अजय माकन सीट नहीं निकाल पाएंगे। इसी तरह राजस्थान में एक और मीडिया मुगल सुभाष चंद्रा ने बीजेपी के समर्थन से निर्दलीय का परचा भरा है। बीजेपी की तरफ से मैदान में घनश्याम तिवाड़ी हैं। कांग्रेस ने 3 प्रत्याशी मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला और प्रमोद तिवारी को उतारा है। एक और निर्दलीय मनोज कुमार जोशी भी यहां मैदान में हैं। 200 विधायकों वाले राजस्थान में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ 2 और बीजेपी 71 विधायकों के साथ 1 सीट जीत सकती है। इसके बाद कांग्रेस के पास 26 और बीजेपी के पास 30 वोट बचेंगे। अगर और 11 वोट सुभाष चंद्रा कांग्रेस और निर्दलीय खेमे से जुगाड़ लेते हैं, तो वो जीत जाएंगे। ऐसे में कांग्रेस का एक उम्मीदवार जीत नहीं सकेगा।

अब बात कर्नाटक के गणित की करते हैं। राज्य में राज्यसभा की 4 सीटें हैं। यहां से बीजेपी की नेता और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और एक्टर जग्गेश मैदान में हैं। बीजेपी ने यहां भी गेम खेलते हुए निवर्तमान एमएलसी लहर सिंह सिरोया को मैदान में उतारा है। जबकि, जेडीएस ने डी. कुपेंद्र रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस की तरफ से जयराम रमेश और कर्नाटक में पार्टी के महासचिव मंसूर अली खान मैदान में हैं। बीजेपी यहां 2 और कांग्रेस 1 सीट आसानी से जीत सकती है, लेकिन चौथी सीट पर टक्कर होनी तय है। यहां भी कांग्रेस की राह में कांटे हैं, क्योंकि जेडीएस और बीजेपी के उम्मीदवार मैदान में हैं। जाहिर है, कांग्रेस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है, लेकिन राह में बीजेपी ने जो कांटे उलझा रखे हैं, उन्हें दूर करने में उसे मशक्कत करनी पड़ सकती है।

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