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The Resistance Front: बैन लगने से बौखलाया कश्मीर का आतंकी संगठन टीआरएफ, हमले के लिए कश्मीरी पंडितों की नई लिस्ट जारी की

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श्रीनगर। लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट TRF ने केंद्र सरकार की तरफ से बैन लगने के बाद बौखलाकर नई हरकत की है। आतंकी संगठन ने शनिवार को कश्मीरी पंडितों की नई लिस्ट जारी कर उनपर हमले की चेतावनी दी है। टीआरएफ इससे पहले कश्मीरी पंडितों को जम्मू-कश्मीर सरकार की तरफ से बनाई गई कॉलोनियों में न रहने की भी चेतावनी दे चुका है। संगठन ने प्रवासी सरकारी कर्मचारियों और कई पत्रकारों को भी जान से मारने की धमकी दी थी। हाल ही में टीआरएफ ने श्रीनगर में शिक्षा विभाग के 50 से ज्यादा कर्मचारियों को भी धमकी देने का काम किया था। केंद्र सरकार ने बीते गुरुवार को टीआरएफ पर बैन लगाया था। ये संगठन कई आतंकी हमलों का भी जिम्मेदार है।

दरअसल, टीआरएफ को लश्कर-ए-तैयबा ने साल 2019 में बनाया था। इसकी वजह ये थी कि कश्मीर घाटी में आतंकी हमलों में लश्कर का लगातार नाम आ रहा था। ऐसे में लश्कर ने आतंकी घटनाओं को स्थानीय लोगों की ओर से किया जाना दिखाने के लिए टीआरएफ बनाया था। गठन के बाद से ही टीआरएफ लगातार जम्मू-कश्मीर के लोगों को उकसा रहा था और सोशल मीडिया पर इसके लिए काफी एक्टिव था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने टीआरएफ पर बैन लगाने की अधिसूचना में कहा था कि ये संगठन आतंकी गतिविधियां करने, आतंकियों की भर्ती करने, उनकी घुसपैठ कराने और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ऑनलाइन तरीके से युवाओं की भर्ती कर रहा है।

गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में ये भी बताया था कि शेख सज्जाद गुल टीआरएफ का कमांडर है। उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत आतंकी भी घोषित किया गया था। केंद्र सरकार के मुताबिक टीआरएफ के सदस्यों पर बड़ी तादाद में केस भी दर्ज हैं। भारत विरोधी गतिविधियों की वजह से टीआरएफ को बैन किया गया है। केंद्र सरकार ने इस हफ्ते कई और आतंकियों को भी प्रतिबंधित किया है। इनमें से कुछ पाकिस्तान में छिपकर रह रहे हैं। हालांकि, पाकिस्तान कभी भी इसे नहीं मानता है। वो कश्मीर में आतंकवाद को आजादी की लड़ाई बताकर हथियार और आतंकी वहां भेजता रहता है।

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