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Loksabha Election : बिहार में महागठबंधन के सीट बंटवारे पर फंसा पेंच, राजद ने कांग्रेस के आगे खड़ी की मुश्किल

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है। सभी राजनीतिक दल अपने सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे में लगे हुए हैं ऐसे में बिहार में कांग्रेस के सामने एक और बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। खबर है लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने चुनाव में 30 सीटों पर दावा किया है। सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के महागठबंधन से बाहर होकर एनडीए में शामिल होने के बाद सीट बंटवारे को लेकर राजद की ओर से शर्त रख दी गई है। शर्त के मुताबिक राजद अब 30 सीट चाहती है, कांग्रेस के लिए 7 सीटों का ऑफर है, वहीं बाकी बची 3 सीटें लेफ्ट को देने की बात कही जा रही है। दूसरी ओर कांग्रेस कम से कम 11 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है।

अब बिहार कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक 16 मार्च को होगी। इसमें सीट शेयरिंग फॉर्मूले और कांग्रेस के दावे वाली सीटों पर चर्चा होगी। अब देखना ये है कि कांग्रेस और राजद के बीच कितनी सीटों पर जाकर बात बनती है। पहले से ही मुश्किलों में घिरी कांग्रेस के सामने समस्याएं खत्म होने की बजाय दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। कभी अपने ही पार्टी के नेताओं और कभी गठबंधन दलों के साथ आए दिन विवाद की खबरें सामने आती हैं। गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं, 2019 के चुनाव में एनडीए ने यहां की 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी, तब भी नीतीश की जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में जेडीयू को 16, बीजेपी को 17 और एलजेपी को 3 सीटों पर जीत मिली थी। एक सीट पर कांग्रेस जीती थी। वहीं अगर बात नीतीश कुमार की करें तो जदयू प्रमुख हाल ही में महागठबंधन सरकार को गिराकर एनडीए में शामिल हो गए थे और एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए। पीएम मोदी के बिहार दौरे के दौरान नीतीश ने मंच से कहा था कि अब मैं यहीं रहूंगा, कहीं नहीं जाऊंगा।

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