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Two Students Committed Suicide In Kota : कोचिंग नगरी कोटा में एक ही दिन में दो स्टूडेंट्स ने की आत्महत्या

Two Students Committed Suicide In Kota : कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली छात्रा अफ्शा शेख ने पीजी के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। अफ्शा 6 महीने पहले ही प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग के लिए कोटा आई थी। वहीं असम के नागोन शहर के रहने वाले छात्र पराग ने भी सुसाइड कर लिया। पराग पिछले 2 साल से कोटा में रहकर कोचिंग कर रहा था।

नई दिल्ली। राजस्थान का कोटा शहर वैसे तो इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग संस्थानों के लिए जाना जाता है मगर पिछले कुछ समय से यहां स्टूडेंट्स द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटनाओं को लेकर यह शहर चर्चा में है। आज फिर कोटा में स्टूडेंट द्वारा सुसाइड किए जाने की घटना सामने आई है। यहां एक ही दिन में दो स्टूडेंट्स (एक छात्र और एक छात्रा) ने आत्महत्या कर ली है। पिछले 22 दिनों में स्टूडेंट द्वारा सुसाइड किए जाने की यह छठी घटना है। पढ़ाई के दबाव के चलते बढ़ते मेंटल स्ट्रेस के कारण स्टूडेंट्स आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं।

कोटा के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में गुजरात के अहमदाबाद की रहने वाली छात्रा अफ्शा शेख ने पीजी के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। अफ्शा 6 महीने पहले ही प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग के लिए कोटा आई थी। वहीं असम के नागोन शहर के रहने वाले छात्र पराग ने भी सुसाइड कर लिया। पराग पिछले 2 साल से कोटा में रहकर कोचिंग कर रहा था। एक ही दिन में दो स्टूडेंट्स की आत्महत्या की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक दिन पहले ही जयपुर एजूकेशन समिट में कहा था कि बच्चों पर पढ़ाई का दबाव डालने और उनकी क्षमता से ज्यादा उम्मीदें रखने के कारण इस तरह की स्थिति बन रही है।

उन्होंने अभिभावकों से भी बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना की अपील की थी। आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई अपने बच्चे को सफल इंसान बनाना चाहता है। हर पैरेंट्स का सपना होता है कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर ऊंचा मुकाम हासिल करे। मगर कई बार बच्चों पर उनकी क्षमता से ज्यादा बोझ डाल दिया जाता है, जिसे बच्चे हैंडल नहीं कर पाते और जब उन्हें कुछ समझ नहीं आता तो निराश होकर आत्महत्या कर लेते हैं।

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