नई दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के दौरान आज भी लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के पूरे आसार हैं। ये हंगामा मणिपुर के मसले पर संसद सत्र शुरू होते ही हुआ था। विपक्ष की मांग है कि सरकार मणिपुर के मसले पर संसद में चर्चा कराए और पीएम नरेंद्र मोदी जवाब दें। वहीं, सरकार ने चर्चा की विपक्ष की मांग तो मान ली है, लेकिन जवाब देने का काम गृहमंत्री अमित शाह करेंगे। जानकारी के मुताबिक आज विपक्ष और सत्ता पक्ष यानी बीजेपी की तरफ से संसद में अलग-अलग प्रदर्शन किया जाएगा। सत्ता पक्ष की तरफ से मोदी सरकार के सभी मंत्री और सांसद संसद परिसर स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना देंगे। वहीं, विपक्ष भी संसद परिसर में प्रदर्शन करने वाला है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद का सत्र शुरू होने से पहले ही मीडिया से कहा था कि मणिपुर में दो कुकी महिलाओं को निर्वस्त्र कर रेप की घटना से वो बहुत दुखी और गुस्से में हैं। मोदी ने कहा था कि इस घटना के दोषियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। संसद सत्र के एक दिन पहले ही इन महिलाओं को निर्वस्त्र कर ले जाती भीड़ का वीडियो वायरल हुआ था। इस घटना के अब तक 6 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। एक तरफ विपक्ष मणिपुर पर अड़ा है। वहीं, बीजेपी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में उसकी प्रत्याशी और मालदा में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करने के मामले में भी विपक्ष क्यों कुछ नहीं कहता। राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की बात विधानसभा में उठाकर मंत्रीपद गंवाने वाले कांग्रेस के राजेंद्र सिंह गुढ़ा के मसले पर भी बीजेपी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को घेर रही है।
संसद में दिल्ली संबंधी मोदी सरकार के अध्यादेश के बदले बिल समेत 31 विधेयक भी मोदी सरकार को पास कराने हैं। अगर संसद में हंगामा चलता रहा और कामकाज न हो सका, तो ऐसा करने में सरकार को दिक्कत आ सकती है। अध्यादेश वाले बिल का भी विपक्षी गठबंधन विरोध कर रहा है। माना जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ इस मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सुलह-सफाई कर रास्ता निकाल सकते हैं। ताकि मणिपुर पर चर्चा भी हो और सरकार बिल पेश कर उन्हें पास भी करा सके।