नई दिल्ली। विकी कौशल अभिनीत फिल्म ‘छावा’ की रिलीज के बाद मुगल बादशाह औरंगजेब के खिलाफ आवाज लगातार बुलंद हो रही है। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर के खुल्दाबाद में औरंगजेब की कब्र है। इस कब्र को हटाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। पहले खुद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वो भी औरंगजेब की कब्र हटाना चाहते हैं, लेकिन ये एएसआई के अधिकार में है। वहीं, अब हिंदूवादी संगठनों बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद यानी वीएचपी ने औरंगजेब की कब्र के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने का एलान किया है। बजरंग दल ने कहा है कि वो कारसेवा कर औरंगजेब की कब्र हटा देगा। वहीं, वीएचपी ने औरंगजेब की कब्र के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है कि बजरंग दल और वीएचपी के पदाधिकारी खुल्दाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए महाराष्ट्र भर में आंदोलन करेंगे। इसके तहत जिलास्तर पर वीएचपी और बजरंग दल के लोग धरना देंगे। साथ ही दिल्ली में भी सरकार को ज्ञापन देकर मुगल बादशाह रहे औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग की जाएगी। इसके साथ ही वीएचपी की ये भी मांग है कि दिल्ली में औरंगजेब रोड का भी नाम बदला जाए। इसके लिए दिल्ली की सीएम और एनडीएमसी के चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा जाएगा। औरंगजेब के खिलाफ पहले भी हिंदूवादी संगठन नाराजगी जताते रहे हैं। इसकी वजह ये है कि औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर और मथुरा की श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर समेत तमाम मंदिरों को ध्वस्त कराया था।
छत्रपति संभाजी महाराज पर बनी छावा फिल्म की रिलीज के बाद औरंगजेब के खिलाफ माहौल और गर्म हो गया है। वहीं, महाराष्ट्र सपा के अध्यक्ष अबु आजमी समेत तमाम नेताओं की तरफ से औरंगजेब की तारीफ में बयान दिए जाने से भी औरंगजेब के खिलाफ आवाजें और तेज हुई हैं। अब औरंगजेब की कब्र का नाम-ओ-निशां मिटाने की मांग हिंदूवादी संगठन कर रहे हैं। फिलहाल औरंगजेब के खिलाफ उठ रही आवाजों के और तेज होने के आसार हैं।