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Video: सचिन पायलट ने CM अशोक गहलोत पर साधा निशाना, गुलाम नबी आजाद की याद दिलाई

ashok gehlot and sachin pilot

नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर बवाल देखने को मिल रहा है। इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस विधायक सचिन पायलट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ किए जाने को लेकर जुबानी जंग छिड़ गई है। अशोक गहलोत द्वारा पीएम मोदी की सराहना करना सचिन पायलट को नागवारा गुजर रहा है। दरअसल, राजस्थान के बांसवाड़ा में मानगढ़ गौरव गाथा समारोह के दौरान सीएम गहलोत ने पीएम मोदी की तारीफ में कसीदे गढ़े थे। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भी गहलोत की प्रशंसा की थी। इसी को लेकर अब सचिन पायलट ने सीधे-सीधे अशोक गहलोत को निशाने पर लिया है। इतना ही पायलट ने ये भी अंदेशा लगाया है कि गहलोत भी गुलाम नबी आजाद की राह पर चल पड़े है। इसके अलावा पायलट ने मानगढ़ स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा नहीं दिए जाने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

बुधवार को मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि, राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार है लोगों को बहुत उम्मीद थी और हम सब चाहते थे हमारी सरकार ने कई बार केंद्र सरकार को आग्रह भी किया था। कि मानगढ़ स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक के तर्ज पर डेवलप करना चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ना ही प्रधानमंत्री जी ने ईआरसीपी के बारे में दोबारा कहा। पहले जब प्रदेश में चुनाव चल रहे थे तब वो आए थे उन्होंने खुद कहा था कि इसको राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे। वो भी इन्होंने नहीं किया। उसका हम सबको खेद है।

आगे पायलट ने कहा कि, पीएम मोदी जी ने जो कल भाषण दिया था और बड़ी तारीफ की थी। बड़ा ही दिलचस्प घटनाक्रम है। क्योंकि इसी प्रकार से प्रधानमंत्री जी ने सदन के अंदर गुलाम नबी आजाद साहब की तारीफ की थी और उसके बाद क्या घटनाक्रम पैदा हुआ है वो हम सबने देखा। तो बड़ा इंटरेस्टिंग डेवल्पमेंट था कल का। जो पीएम मोदी ने स्वतः बढ़ाईयां की है इसको मैं इंटरेस्टिंग मानता हूं।

बता दें कि पीएम मोदी ने सीएम अशोक गहलोत की प्रशंसा ऐसे समय में की है जब अगले साल 2023 में राजस्थान में चुनाव होने वाले हैं। अब  पीएम द्वारा गहलोत की सराहना करने को लेकर राज्य में सियासी घमासान मच गया है इसके पीछे अलग-अलग मायने निकाले जा रहे है। सचिन पायलट ने आगे सीएम गहलोत को निशाने पर लेते हुए कहा, ”25 सितंबर को CLP की बैठक थी जो नहीं हो पाई थी जिसके लिए CM ने माफी भी मांगी थी, AICC ने इसे अनुशासनहीनता का मामला माना और 3 लोगों को नोटिस दिया।कांग्रेस पुरानी व अनुशासित पार्टी है।कोई भी व्यक्ति कितना ही बड़ा हो कानून और नियम सभी पर लागू होते हैं।”

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