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Congress Vs BJP On Agniveer: अग्निवीर पर कांग्रेस-बीजेपी में जंग, शहीद का उदाहरण देकर राहुल गांधी बोले- अपमान की योजना, अमित मालवीय ने आंकड़े देकर बताया आरोप को बकवास

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नई दिल्ली। मोदी सरकार जब सेना के तीनों अंगों के लिए अग्निवीर योजना लाई थी, तो विपक्षी दलों में कांग्रेस भी थी, जिसने इस योजना का जमकर विरोध किया था। बीते करीब एक हफ्ते में 2 अग्निवीर जवानों की मौत हो गई। इनमें से एक को सैन्य सम्मान न मिलने का मुद्दा उठा था। बाद में पता चला कि उस अग्निवीर को खुद से ही गोली लग गई थी और इस वजह से सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार नहीं हो सकता। वहीं, अब एक और अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण की सियाचिन में ड्यूटी के दौरान शहीद होने को भी कांग्रेस ने मुद्दा बनाया है और इस मामले में बीजेपी से उसकी जंग छिड़ गई है।

अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण को सैन्य सम्मान दिया गया था।

अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण की शहादत को मुद्दा बनाकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा कि गवाते की शहादत की खबर दुखद है। राहुल ने अग्निवीर के परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई। इसके बाद ही उन्होंने गवाते की शहादत को लेकर मोदी सरकार को घेरा। राहुल ने लिखा कि अग्निवीर की सेवा के दौरान न ग्रेच्युटी और न अन्य सैन्य सुविधाएं और शहादत में परिवार को पेंशन तक नहीं मिलती। उन्होंने इसके बाद अग्निवीर को भारत के वीरों के अपमान की योजना बताया।

राहुल गांधी के इस ट्वीट पर बीजेपी की तरफ से उसके आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने मोर्चा खोला। अमित मालवीय ने राहुल गांधी के ट्वीट को बकवास और गैर जिम्मेदाराना बताया। अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा कि अग्निवीर गवाते अक्षय लक्ष्मण ने जीवन बलिदान किया है। उनके परिजनों को 48 लाख रुपए का गैर अंशदायी बीमा, 44 लाख की अनुग्रह राशि, अग्निवीर के योगदान के 30 फीसदी में सरकार की तरफ से 30 फीसदी रकम मिलाकर दिए जाने समेत कुल 1 करोड़ रुपए मिलेंगे। अमित मालवीय ने आगे लिखा कि गवाते की शहादत की तारीख से 4 साल पूरे होने यानी उनके बचे कार्यकाल के दौरान का 13 लाख से ज्यादा वेतन मिलेगा। इसके अलावा सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष से गवाते के परिवार को 8 लाख रुपए भी दिए जाएंगे। अमित मालवीय ने राहुल को ये नसीहत भी दी कि वो फेक न्यूज न फैलाएं। मालवीय ने ये नसीहत भी दी कि राहुल गांधी पीएम बनने की उम्मीद रखते हैं, तो कोशिश करें और वैसा ही व्यवहार भी करें।

अग्निवीर योजना के तहत सेना के तीनों अंगों में युवाओं की भर्ती होती है। जवानों की पुरानी नियुक्ति प्रक्रिया को मोदी सरकार ने बदल दिया है। अग्निवीर को 4 साल के लिए सेना में लिया जाता है। अग्निवीर योजना लाते वक्त सरकार ने तय किया था कि इनमें से 25 फीसदी को बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर सेवा में आगे भी रखा जाएगा। अन्य को रिटायरमेंट के बाद केंद्रीय बलों समेत अन्य सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता के आधार पर दोबारा नियुक्त करने का फैसला भी मोदी सरकार ने किया था।

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