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Sengol Controversy: ‘भारतीय परंपराओं-संस्कृति से इतनी नफरत क्यों?, सेंगोल पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस की अमित शाह ने लगाई क्लास

Sengol Issue: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस को जवाब देते हुए लिखा, "कांग्रेस भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? पंडित जवाहर लाल नेहरू को तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में एक पवित्र 'सेंगोल' दिया गया था, लेकिन इसे 'चलने की छड़ी' के रूप में एक संग्रहालय में भेज दिया गया था... कांग्रेस को अपने व्यवहार पर विचार करने की जरूरत है।"

amit shah

नई दिल्ली। नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को दुनिया के सबसे लोकतंत्र का मंदिर कहे जाने वाले नई संसद का उद्घाटन करेंगे। लेकिन उससे पहले विपक्षी दल इस उद्घाटन समारोह का बहिष्कार का ऐलान कर चुके है। जहां कांग्रेस, सपा, टीएमसी समेत 20 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बायकॉट करने का फैसला किया है। वहीं दूसरी तरफ नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर एनडीए को 25 दलों का सपोर्ट मिला है। मगर अब नए संसद भवन में सेंगोल स्थापित करने को लेकर बखेड़ा शुरू हो गया है। सेंगोल को लेकर कांग्रेस-भाजपा में जबर्दस्त सियासी जंग छिड़ गई है। भाजपा का दावा है कि 1947 में सेंगोल के जरिए सत्ता हस्तांतरण हुई थी। लेकिन आज कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भाजपा के इस दावे को नकार दिया है।

कांग्रेस का कहना है कि इसका कोई प्रूफ नहीं है भाजपा का दावा झूठा और बोगस है। जिस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने खुद मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस को जवाब दिया है। अमित शाह ने कांग्रेस को फटकार लगाते हुए पूछा कि आखिर भारत की संस्कृति और परंपरा से नफरत क्यों है। गृहमंत्री ने ट्वीट कर कांग्रेस को जवाब दिया है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा, ”भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? पंडित जवाहर लाल नेहरू को तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में एक पवित्र ‘सेंगोल’ दिया गया था, लेकिन इसे ‘चलने की छड़ी’ के रूप में एक संग्रहालय में भेज दिया गया था। कांग्रेस को अपने व्यवहार पर विचार करने की जरूरत है।”

बता दें कि 28 मई को पीएम मोदी के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन होना है। इस कार्यक्रम के लिए सरकार ने मैगा प्लान तैयार किया है। वहीं इस दौरान मदुरै के पंडित पीएम मोदी को सेंगोल भेंट करेंगे। इसके बाद सत्ता हस्तांतरण के तौर पर संसद में इसको रखा जाएगा।

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