लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध (crime Against Women) बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) इस मामले पर सख्त हो गए हैं। उन्होंने महिलाओं से जुड़े मामलों में पुलिस विभाग (UP Police) को पूरी संवेदनशीलता और तत्परता बरतने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, सीएम योगी का कहना है कि अनुसूचित जाति व जनजाति से संबंधित मामलों में भी पुलिस विभाग गंभीरता और शीघ्रता के साथ कार्यवाही करे। सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि वर्तमान राज्य सरकार की अपराधों के विरुद्ध जीरो टालरेन्स की नीति है। प्रदेश सरकार द्वारा लगातार की गई कार्यवाही से बालिकाओं व महिलाओं के प्रति अपराधों में उल्लेखनीय कमी आयी है।
वर्तमान प्रदेश सरकार ने कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात एण्टी रोमियो स्क्वाड के गठन की कार्यवाही की। मुख्यमंत्री द्वारा एण्टी रोमियो स्क्वाड को निरन्तर और प्रभावी ढंग से कार्यशील रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि एनसीआरबी की वर्ष 2019 की रिर्पोट के अनुसार महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामलों में प्रदेश में सजा का प्रतिशत 55.2 प्रतिशत है, जो देश में सर्वाधिक हैं।
प्रदेश में महिला संबंधी अपराधों में वर्ष 2019 में 8,059 मामलों में दोष सिद्धि हुई है। यह देश में सर्वाधिक है। 5,625 मामलों में दोषसिद्धि के साथ राजस्थान दूसरे और 4,191 मामलों में दोषसिद्धि के साथ मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है।