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International Day Of Yoga: AIIMS की रिसर्च का नतीजा, हर रोज करेंगे ये योग, तो रहेंगे जीवन भर निरोग

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नई दिल्ली। योग पहले भारत में ही सिमटा था। फिर साल 2015 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 21 जून को योग दिवस मनाया जाने लगा। इसके साथ ही दुनिया अब योग की दीवानी हो रही है। विदेश में लोग योग करते हैं और इसके लिए बाकायदा ट्रेनिंग तक लेते हैं। योग से जीवन निरोग रहता है, ये हमारे ऋषि-मुनि और पुरखे कहते ही थे। दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस यानी AIIMS ने बेंगलुरु के स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान SVYASA के साथ मिलकर इस बारे में शोध किया और पाया कि तमाम बीमारियों का इलाज महंगी दवाइयों की जगह महज योग से ही हो सकता है।

बीमारियों पर योग के लाभकारी असर को जानने से पहले आपको बताते हैं कि रिसर्च में किन आसान योगासनों के बारे में जानकारी मिली थी। इनमें आता है अनुलोम-विलोम। रिसर्च से पता चला कि अनुलोम-विलोम दिल से लेकर सांस की बीमारियों तक का कारगर इलाज है। दायीं तरफ के नथुने से सांस लेने पर मेटाबॉलिज्म और बाएं नथुने से सांस लेने पर दिमाग की कार्यशीलता बढ़ती है। इससे रक्तचाप भी कम होता है। वहीं, धीमी भस्त्रिका से स्ट्रेस कम होता है। कपाल भाति से शरीर एक्टिव हो जाता है। शीतली से सांस की बीमारियों में राहत मिलती है। जबकि, प्राणायाम से हाइपरटेंशन कम होता है और मेमोरी और फोकस करने की क्षमता बढ़ती है।

अब ये भी जान लें कि योग से किन रोगों का उपचार होने की जानकारी इस रिसर्च में मिली। रिसर्च से पता चला कि योग से अस्थमा और सीओपीडी खत्म हो सकती है। कई मिलीजुली बीमारियां जैसे मोटापा, कॉलेस्ट्रॉल और बीपी भी योग से दूर हो सकते हैं। एम्स की रिसर्च में पता चला कि डायबिटीज के टाइप-2 में भी योगासन से काफी फायदा मिलता है और कई मरीज इसके बाद दवा तक नहीं लेते। योग के जरिए महिलाएं बच्चे पैदा करने की क्षमता को भी बढ़ा सकती हैं। पेट से संबंधित बीमारियों और मिर्गी व लकवा होने की परेशानियों को भी योग से सही किया जा सकता है।

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