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ताइवान पर हमला करना ड्रैगन को पड़ेगा महंगा, अमेरिका कर सकता है ये बड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली। अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इतना ही नहीं अब दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। चीनी सैनिकों और जंगी जहाजों का जमावड़ा ताइवान (Taiwan) की सीमा पर बढ़ता ही जा रहा है। वहीं ताइवान पर चीन के हमले की आशंका के बीच अमेरिका ने ताकतवर युद्धपोत और एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रीगन को एक बार फिर साउथ चाइना सी (South China Sea) में तैनात कर दिया है।

आपको बता दें कि अमेरिका कोरोनावायरस (Coronavirus) फैलाने को लेकर चीन की लगातार आलोचना करता रहा है। साथ ही उसका यह भी आरोप है कि बीजिंग महामारी की आड़ में दक्षिण चीन सागर और पड़ोसी देशों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी सेना ताइवान के नियंत्रण वाले द्वीपों पर कब्जे के लिए हमला बोल सकता है। इसलिए चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी हैनान द्वीप पर सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास करने की योजना बना रही है। पीएलए के दक्षिणी थिएटर कमांड को ये सैन्य अभ्यास आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।

एक तरफ जहां अमेरिकी सेना साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास कर रही है, वहीं इसी क्षेत्र में चीनी नौसैनिक भी सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। ऐसे में इस टकराव के और बढ़ने की आशंका है। साउथ चाइना सी में युद्धाभ्यास को लेकर अमेरिका एयरक्राफ्ट करियर के एयर ऑपरेशन अधिकारी जोशुआ फगन ने कहा है कि इस क्षेत्र में हर देश को उड़ान भरने, समुद्री इलाके से गुजरने और अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक संचालन में मदद करना है।

बता दें कि साउथ चाइना सी में चीन का जापान, ताइवान, इंडोनेशिया, फिलीपींस समेत कई देशों से विवाद चल रहा है और चीन इस पूरे क्षेत्र पर कब्जे की नीयत रखता है। चीन ने ताइवान सीमा पर बड़ी संख्या में मरीन कमांडो, सैन्य हेलिकॉप्टर और लैंडिंग शिप्स होवरक्राफ्ट की तैनाती की है।

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