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China Against India: एक बार फिर चीन ने दिखाया भारत विरोधी रुख, मोस्ट वांटेड आतंकी साजिद मीर को ब्लैकलिस्ट करने पर लगाया रोड़ा

sajid mir main

न्यूयॉर्क। चीन ने एक बार फिर अपने दोस्त पाकिस्तान का साथ देते हुए भारत विरोधी काम किया है। उसने साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के बड़े आतंकी साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की राह में रोड़ा अटकाया है। अमेरिका ने साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद UNSC में पेश किया था। भारत ने इस प्रस्ताव को समर्थन दिया था, लेकिन चीन ने वीटो कर दिया। बता दें कि आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बताने वाला 1267 नंबर का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र ने पहले ही पास किया हुआ है, लेकिन चीन लगातार इस काम में रोड़ा अटकाता रहा है।

अगर साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया जाता, तो पाकिस्तान समेत दुनियाभर में उसकी संपत्तियां जब्त कर ली जाती। उसके इधर-उधर जाने की कोशिशों पर भी रोक लगती, लेकिन चीन ऐसा पाकिस्तान के इशारे पर होने नहीं देना चाहता। वो लगातार ऐसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने दे रहा। भारत ने साजिद मीर को मोस्ट वांटेड आतंकियों की श्रेणी में रखा हुआ है। अमेरिका ने भी उस पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया है। पाकिस्तान में एक कोर्ट ने साजिद मीर को आतंकियों को फंडिंग करने के मामले में 15 साल की सजा सुनाई थी। बावजूद इसके चीन ने उस पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को गुरुवार को वीटो कर दिया।

साजिद मीर के बारे में पाकिस्तान का झूठ पहले ही सामने आ चुका है। पाकिस्तान ने दावा किया था कि साजिद की मौत हो चुकी है। इसके बाद भारत और अमेरिका समेत तमाम पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियों ने दावा किया था कि साजिद मीर मरा नहीं बल्कि जिंदा है। बता दें कि एक और बड़े आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर को भी चीन के वीटो की वजह से अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित नहीं किया जा सका है। मौलाना मसूद अजहर के बारे में अभी पाकिस्तान ने दावा किया था कि वो तालिबान शासित अफगानिस्तान में छिपा है। वहीं, तालिबान ने साफ कह दिया है कि मसूद अजहर अफगानिस्तान में नहीं, बल्कि पाकिस्तान में ही है।

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