बीजिंग। चीनी कंपनियों (Chinese companies) पर अमेरिका (America) ने प्रतिबंध लगाया। जिसके बाद चीन (China) के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का बयान सामने आया है। उन्होंने ट्रंप प्रशासन को जमकर फटकार लगाई है। उनका कहना है कि ये दुनिया को दिखाता है कि वो अपने से कम कमजोर लोगों के साथ क्या कर रहे हैं। ट्रंप प्रशासन ने चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही फेडरल सरकार को चीन से तकनीक के आयात को रोकने के लिए और ज्यादा अधिकार दिया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक प्रवक्ता झाओ लिजियन ने शुक्रवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि चीनी फर्मों के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा बार-बार प्रतिबंध लगाए जाने का चीन कड़ा विरोध करता है। अमेरिका का यह कदम बाजार की प्रतिस्पर्धा और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यापार के सिद्धांतों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी कदम ने दोनों देशों के बीच सामान्य आर्थिक, व्यापार और निवेश सहयोग में हस्तक्षेप किया है। साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी कंपनियों द्वारा निवेश करने और वहां व्यापार संचालित करने के विश्वास को कम कर दिया है, जो आखिर में अमेरिकी कंपनियों और निवेशकों को नुकसान पहुंचाएगा।
झाओ ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने एक बार फिर दुनिया को दिखाया है कि एकतरफावाद, दोहरे मापदंड और अपने से कमजोर को दबाना क्या होता है। झाओ ने कहा, चीन चीनी इण्डस्ट्रीज के वैध अधिकारों और उनके हितों की रक्षा के लिए जरूरी उपाय करेगा और कानून के अनुसार अपने अधिकारों और हितों की रक्षा करने में चीनी इण्डस्ट्रीज का पूरा समर्थन करेगा।
आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को सत्ता से विदा हो रहे हैं। लेकिन उन्होंने जाते-जाते चीन को बड़ा झटका दिया है। उन्होंने चीन की सरकारी कंपनी चाइना नेशनल ऑफ्शोर ऑइल कॉर्पोरेशन समेत मोबाइल फोन कंपनी शाओमी को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है।