News Room Post

प्रधानमंत्री इमरान खान पर जावेद मियांदाद ने लगाए गंभीर आरोप, बोले ‘मुल्क को दिया है धोखा’

नई दिल्ली। अपने ही देश में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर बार-बार सवाल उठाए जाते रहे हैं। अब उनके समय उनके साथ उनकी क्रिकेट टीम में साथी खिलाड़ी रहे जावेद मियांदाद ने इमरान खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मियांदाद ने एक युट्यूब चैनल पर दिए इंटरव्यू में कहा कि वह भूल गए हैं मेरी मदद से वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने है और वह अब खुद को खुदा समझने लगे हैं। बता दें कि जावेद मियांदाद और इमरान खान के बीच संबंध काफी गहरे रहे हैं केवल क्रिकेट के मैदान में ही नहीं राजनीति के मंच पर भी मियांदाद इमरान के साथ खड़े थे। लेकिन अब लगता है कि दोनों की दोस्ती में खटास आ गई है।

साक्षात्कार के दौरान मियांदाद ने कहा की इमरान खान पीएम बनने के बाद देश को धोखा दे रहे हैं और मैं उन्हें अब सियासत सिखाउंगा कि देश को कैसे चालते हैं।

मियांदाद ने कहा, ”मैं जो भी कह रहा हूं अगर इसमें एक भी बात झूठ है तो इमरान इसका खंडन करें। इमरान देश में मनमानी कर रहे हैं और जो लोग मुल्क के साथ गलत करेंगे, मैं उन्हें नहीं छोड़ूंगा।”

इसके अलावा जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान क्रिकेट में इमरान खान ने जो नियुक्ति की है उस भी सवाल उठाए हैं। उन्होने कहा, ”इमरान ने जो बोर्ड में नियुक्तियां की है उसके सदस्य पीसीबी को चलाने के काबिल ही नहीं हैं। इमरान ने ऐसे लोगों को बोर्ड में बिठा दिया है जिन्हें क्रिकेट के बारे में कुछ पता नहीं है।”

इसके साथ ही उन्होंने अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पीसीबी में इमरान खान ने जिन विदेशियों को नियुक्त किया है अगर वह भ्रष्टाचार कर के भाग जाता है उसे बाद में कौन पकड़ेगा।

वहीं जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान के घरेलू क्रिकेटरों को लेकर भी अपना पक्ष रखा। उनका मानना है कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने घरेलू क्रिकेटरों को बेरोजगार करने का काम किया है।

उन्होंने कहा, ”इमरान खान ने जानबूझकर डिपार्टमेंट क्रिकेट को बंद किया। इससे खिलाड़ी बेरोजगार हो गए हैं।”

आपको बता दें कि पाकिस्तान में होने वाले घरेलू टूर्नामेंट के तौर पर डिपार्टमेंटल स्तर पर मैच होते हैं। पिछले महीने ही डिपार्टमेंट क्रिकेट से जुड़ी सुई-गैस डिपार्टमेंट टीम खत्म कर दी गई।

इस टी में शोएब मलिक, बाबर आजम और फवाद आलम जैसे खिलाड़ी खेलते इंटरनेशनल स्तर खिलाड़ी खेलते थे। इतना ही नहीं खुद प्रधानमंत्री इमरान खान भी डिपार्टमेंट क्रिकेट खेल चुके हैं। इससे खिलाड़ियों को स्थायी नौकरी मिलती है।

Exit mobile version