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Pakistan: बच गई इमरान खान की सरकार, संसद में जीता विश्वास मत, पक्ष में पड़े 178 वोट

Imran Khan

नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने शनिवार को नेशनल असेंबली, अथवा निचले सदन में विश्वास मत हासिल कर सरकार की वैधता को चुनौती देने वाली विपक्ष की उम्मीदों को धराशायी कर दिया। सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, असेंबली के विशेष सत्र में विश्वास मत जीतने के लिए इमरान को 172 वोटों की आवश्यकता थी। लेकिन, 340-सदस्यीय सदन में उन्हें 178 सदस्यों का समर्थन प्राप्त हुआ। परिणाम की घोषणा करते हुए असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने कहा कि आठ साल पहले इमरान खान को 176 वोटों के साथ चुना गया था और आज उन्होंने 178 वोट हासिल किए हैं। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Foreign Minister Shah Mahmood Qureshi) ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा बुलाए गए सत्र में इमरान खान के लिए विश्वास मत का प्रस्ताव रखा। अपनी सीट को बरकरार रखने के लिए इमरान को साधारण बहुमत की आवश्यकता थी।

सोमवार को आयोजित सीनेट चुनावों में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उम्मीदवार को मिली करारी हार के बाद गुरुवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इमरान ने विश्वास मत दिलाने की मांग की। प्रधानमंत्री ने इस निर्णय का ऐलान उस वक्त किया जब सीनेट में उनकी पार्टी के कुछ सदस्यों ने पीटीआई के अब्दुल हफीज शेख के बदले इस्लामाबाद के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यूसुफ रजा गिलानी को वोट दिया। इमरान ने निष्पक्ष और पारदर्शी सीनेट चुनाव कराने में नाकाम रहने के लिए पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) की आलोचना की। उन्होंने ईसीपी पर गुप्त मतदान के माध्यम से सीनेट चुनाव कराकर पैसा कमाने वालों को कथित रूप से बचाने का आरोप लगाया।

शनिवार का सत्र दोपहर 12.15 बजे शुरू हुआ। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उस प्रस्ताव को मंजूरी दी जिस पर मतदान हुआ था। इस बीच दर्जनों पीटीआई समर्थक संसद लॉज के बाहर इकट्ठा हो गए हैं, बैनर पकड़े हुए हैं और प्रधानमंत्री के समर्थन में नारे लगा रहे हैं। डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्र से एक दिन पहले बैठक के दौरान 179 सांसदों में से 175 ने इमरान को विश्वास दिलाया कि वे उन्हें विश्वास मत देंगे।

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